शनिवार, 29 अगस्त 2009

सामूहिक खेल मेला -शरद आलोक

ओस्लो में सामूहिक खेलमेला संपन्न
ओस्लो, नार्वे २९ और ३० अगस्त ०९
वित्त मंत्री क्रिस्टीन हालवूरसेन खेलमेला में
बाएँ से जगदीश कौर, श्रीमती (गुरदयाल सिंह), नार्वे की वित्तमंत्री क्रिसतीन हालवूरसेन और सुरेशचंद्र शुक्ल 'शरद आलोक'

बाएँ से सुरेशचंद्र शुक्ल 'शरद आलोक', उपमंत्री दागफिन सुन्द्स्बो, सांसद अख्तर चौधरी,गुरदयाल सिंह और बेल्जियम के प्रतिनिधि
स्पाइल पत्रिका भेंट करते हुए

२९ अगस्त को आज सामूहिक खेलमेला शुरू हो गया चित्र में बाएँ से खड़े राजिंदर सिंह टूर, मुख्तियार सिंह, सुरेशचंद्र शुक्ल (संपादक, स्पाइल-दर्पण), रुपिंदर सिंह ढिल्लो, गुरदयाल सिंह, ओस्लो नगर के पहले रहे बीरोद byråd, Bård Folke Fedriksen और पंजाब से आए एम एल ए सुखपाल सिंह खैरा Sukhpal Singh Khaira और खेलमेला कमेटी के सदस्यगण
वालीबाल खेलते हुए खिलाड़ी और दर्शक
फुटबाल खेलती बालिकाएं

वालीवाल मैच खेलते खिलाडी

रविवार, 23 अगस्त 2009

"Rajsthan Patrika" presented to Suresh Chandra Shukla by Dr. Nirmala S. Mourya

Rajasthan Patirka(Hindi)
presented in Norway










Frrom left Suresh Chandra Shukla and Maya Bharti recieved
Rajasthan Patrika (Hindi) from Prof. and Nirmala S Mourya
Well Known Hindi News Paper "Rajsthan Patrika" of India presented to President, India- Norway Information & Cultural Forum & Editor- Speil Darpan Magzine Suresh Chandra Shukla by Prof.(Dr.) Nirmala Mourya- She has given detail Introduction of Patrika & Suresh Chandra Shukla shown his interest to promote & coordinate with Patrika.

ओस्लो में हिन्दी स्कूल का शुभारम्भ - शरद आलोक

ओस्लो में हिन्दी स्कूल का शुभारम्भ धूमधाम से आरम्भ - शरद आलोक

नार्वे में पहला हिन्दी स्कूल का शुभारम्भ संगीता शुक्ला सीमोनसेन के नेतृत्व में गया जिसका शुभारम्भ प्रो निर्मला एस मौर्य (उच्च शिक्षा और शोध संसथान, दक्षिण भारत हिन्दी प्रचार सभा, चेन्नई ) ने रीबन काट कर दिनांक २३ अगस्त २००९ को ओस्लो में स्थित वाइतवेत कल्चरल हाउस में किया। हर शनिवार को दिन में एक बजे से चार बजे तक(१३:०० से १६:०० बजे तक) हिन्दी स्कूल खुला करेगा। आयु में साढ़े चार वर्ष की आयु से लेकर बच्चों से लेकर किसी भी आयु के व्यक्ति को हिन्दी सीखने की सुविधा होगी। बच्चों और युवाओं के माता - पिता अथवा अविभावक को साथ आना होगा। जब ओस्लो विश्वविश्विद्द्यालय में हिन्दी की कक्षाओं को नहीं चलाया जा रहा है उस स्थिति में स्वतंत्र स्कूल का खुलना अपने आप में एक महत्वपूर्ण बात है जो विदेशों में हिन्दी के विकास और प्रचार -प्रसार का प्रतीक है। प्रो निर्मला एस मौर्य , सतीश कुमार मौर्य, सुरेशचंद्र शुक्ला 'शरद आलोक' संगीता शुक्ला सीमोन्सेन , जनिंदर पराशर, अलका भरत, डॉ सुरिंदर कुमार सेठी, प्रगट सिंह, सुभाषचंद्र विद्द्यार्थी, वेंके आदि ने शुभकामनाएं दी और बच्चों ने अपने नाम हिन्दी में बताये। संगीता ने बताया की उन्हें स्कूल खोलने की प्रेरणा अपने पिता सुरेशचंद्र शुक्ला शरद आलोक से मिली है जो शुभारम्भ के समय उपस्थित थे। हिन्दी में बच्चों अपनी कवितायें सुनाईं प्रो निर्मला जी ने और शरद आलोक ने। इस अवसर पर स्थानीय मेयर थूरस्ताइन विन्गेर और भारतीय दूतावास से सचिव शीला कुमार जी ने फोन पर बधाई दी। स्कूल सेकुलर और किसी भी धरम अथवा देशवासियों के लिए खुला है जो सहयोग भावना पर आधारित है।

International Cultural Festival, Writer,s Seminar, Book Realeas & opening of Hindi School Norway


India-Norway Cultural Festival, Writer's Seminar & Opening of Hindi School Norway :

Indisk-Norsk Informasjons -og Kulturforum organised Cultural Festival & Honoured Indian & Norwegian Writers Prof. Nirmala S. Mourya, Satish Mourya, Dr.Yogendra Pratap Singh, Dr. Ramashray Savita, Dr. Surendra Sethi, Anne Oterholam, Marit Nybakk & Hekki Holmås for their contribution in the field of literature & Cultural Exchange on 16th Aug.' 2009 at Veitvet Youth Center Oslo. TheseWriters also welcome by Norway Minister in Parliament House of Norway. Writers from India & Norway also attanded writer's seminar at Writers House Oslo on 18th Aug. 2009. In the same week long awaited Hindi School - Norway Inagurated on 22th Aug.'2009 by Prof.(Dr.) Nirmala S.Mourya. In this Inagural function notable number of Parents was present with their children. Introduction of School activity and Thanks given by Sangita, Corespondent of School. On this occassion to all the distinguish Guest & Invatee welcome by renowned Writer & Journalist Suresh Chandra Shukla, President of Indisk-Norsk Informasjons-og Kulturforum Norway.

बुधवार, 19 अगस्त 2009

भारतीय मंत्री पवन कुमार बंसल को स्पाइल-दर्पण भेंट की गयी. -शरद आलोक


भारतीय केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल को स्पाइल-दर्पण पत्रिका संपादक द्वारा भेंट की गयी।
पवन कुमार बंसल जी ने इस अवसर पर पत्रिका को
शुभकामनाएं देते हुए नार्वे में भारतियों को उनकी प्रगति और भारतीय संस्कृति को बढाये रखने के लिए उनको सहयोग देने के लिए आश्वाशन दिया ।

भारतीय लेखकों का नार्वेजीय पार्लियामेंट में सम्मान - शरद आलोक


नार्वेजीय पार्लियामेंट में बाएँ से संगीता सिमोन्सेन, सतीश कुमार मौर्य, प्रो योगेन्द्र प्रताप सिंह, सांसद और सोशलिस्ट लेफ्ट पार्टी के नेता हाईकी होल्मोस सुरेशचन्द्र शुक्ल sharad आलोक', डॉ सुरिंदर kumar सेठी, प्रो निर्मला एस मौर्य aur डॉ रामाश्रय सविता जिन्हें वहां सम्मानित किया गया।
मारित नीबाक को सांस्कृतिक सम्मान दिया गया था सांस्कृतिक समारोह में
भारतीय लेखकों का नार्वेजीय पार्लियामेंट में सम्मान किया गया। - शरद आलोक
आज दिनांक १९ अगस्त को दिन में साढ़े बाढ़ बजे नार्वे की पार्लियामेंट में भारतीय लेखकों का सम्मान किया गया। सम्मानित लेखकों के नाम हैं: डॉ रामाश्रय सविता, प्रो योगेन्द्र प्रताप सिंह (लखनऊ विश्वविद्यालय), प्रो निर्मला एस मौर्य और सतीश कुमार मौर्य (चेन्नई ) डॉ सुरिंदर कुमार सेठी (दिल्ल्ली) थे, उनके साथ सम्मिलित मुख्य लोगों में संगीता एस सीमोनसेन , अनुपम और सुरेशचंद्र शुक्ल। जिन्होंने लेखकों को सम्मानित किया वह हैं नार्वे की विदेश समिति की उपाध्यक्ष मारित नीबाक थी। इस अवसर पर सांसद हाईकी होल्मोस ने पार्लियामेंट का भ्रमण कराया और उस पर प्रकाश डाला ।

भारत -नार्वे लेखक सेमिनार और सांस्कृतिक समारोह धूमधाम से संपन्न-शरद आलोक

अंतरराष्ट्रीय समारोह और भारत-नार्वे लेखक सेमिनार संपन्न -शरद आलोक
भारतीय -नार्वेजीय सांस्कृतिक फॉरम द्वारा आयोजित इक्कीसवां अंतराष्ट्रीय सांस्कृतिक महोत्सव १६ अगस्त को ओस्लो स्थित वाइतवेत उन्ग्दोम्स सेंटर (यूथ सेंटर ) में संपन्न हुआ जहाँ नार्वेजीय सांसदों श्रीमती मारियाने मर्तिन्सेन Marianne Martinsen अख्तर चौधरी Akhtar Chadhry तथा स्थानीय मेयर BU-Leder थूर्स्ताइन विंगेर Torstein Winger ने संस्कृति -पुरस्कार भारत से आए विद्द्वानों को प्रदान किए इनके नाम हैं: चेन्नई से सतीश कुमार मोर्य, प्रो निर्मला एस मौर्य, डॉ रामाश्रय सविता, सुरिंदर कुमार सेठी (दिल्ली) और प्रो योगेन्द्र प्रताप सिंह (लखनऊ विश्विद्यालय )। नार्वे में विदेश समिति की उपाध्यक्ष, सांसद और लेबर पार्टी की नेता मारित नीबाक Marit Nybakk और सांसद हाईकी होल्मोस Heikki Holmås को भी सांस्कृतिक पुरस्कार दिया गया। इस अवसर पर प्रवासी लेखक सुरेशचंद्र शुक्ला पर लिखे अभिनन्दन ग्रन्थ और रजनी काव्य संग्रह का लोकार्पण १६ अगस्त को संपन्न हुआ। रजनी पर अपने विचार व्यक्त किए प्रो निर्मला एस मोर्य ने और अभिनन्दन ग्रन्थ पर प्रकाश डाला संपादक डॉ रामाश्रय सविता जी ने।
हेनरिक इबसेन के नाटकों का लोकार्पण
१८ अगस्त को लिटरेचर हॉउस ओस्लो में भारत नार्वे लेखक सेमीनार में भारत और नार्वे के मध्य साहित्य के योगदान की चर्चा की गयी। सेमिनार में नार्वे के विश्वप्रसिद्ध नाटककार हेनरिक इबसेन के नाटकों की हिन्दी men अनूदित कृतियों 'गुडिया का घर' और 'मुर्गाबी' का लोकार्पण किया गया। अनुवादक और भारतीय नार्वेजीय सूचना एवं सांस्कृतिक फॉरम के अध्यक्ष सुरेशचंद्र शुक्ल 'शरद आलोक' को नार्वे का महत्वपूर्ण सेतु बनाने वाला बताते हुए लेखक संघ की अध्यक्ष ने कहा कीवह जितने भारत के हैं उससे ज्यादा नार्वे के महत्वपूर्ण लेखक हैं जिन्हें हम लोग पुरस्कृत भी कर चुके हैं और आशा करते हैं की भारत में भी उन्हें उचित स्थान दिया जाएगा।
भारत से आए विद्वानों ने अपने शोध पत्र हिन्दी में विभिन्न विषयों पर पढ़े जिसका शरांश अंग्रेजी में भी पढ़ा । नार्वेजीय लेखक संघ की अध्यक्ष और नार्वेजीय लेखक सेंटर के प्रतिनिधि के साथ-साथ सांसद, वित्तमंत्रालय समिति ke सदस्य और सोशलिस्ट लेफ्ट पार्टी के नेता होल्मोस उपस्थित रहे।
बड़ी संख्या में नार्वेजीय और प्रवासी लेखकों के विच्कारों और कविताओं ने कार्क्रम को विस्तार दिया।


अभिनन्दन ग्रन्थ का लोकार्पण

रजनी की समीक्षा प्रस्तु करते हुए निर्मला एस मौर्य



हाईकी होल्मोस और शरद आलोक से अनूदित पुस्तकें प्राप्त करते हुए।


हाईकी होल्मोस को महेश दिवाकर की लिखी नार्वे पर पुस्तक को भेंट करते हुए सुरेशचंद्र शुक्ल 'शरद आलोक'


राय भट्टी कविता पढ़ते हुए संगीता सिमोनसेन ने कार्यक्रम का सञ्चालन किया और हिन्दी से नार्वेजीय में अनुवाद किया


अनुराग Saim भजन गाते हुए



संगीता, आने ओतेर्होल्म, निर्मला एस मौर्य और सुरेशचंद्र शुक्ल 'शरद आलोक'

कार्यक्रम में दर्शक गन


बच्चे कार्यक्रम प्रस्तुत करते हुए। बाद में बच्चों ने राष्ट्रगान 'जन गन मन ' प्रस्तुत किया नार्वे में भारत नार्वे लेखक सेमीनार और अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक महोत्सव धूमधाम से संपन्न हुआ। कार्यक्रम के कुछ देखे आप अपनी प्रतिक्रिया लिखे .

मंगलवार, 18 अगस्त 2009

अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक समारोह और भारत नार्वे- भारत साहित्य सेमीनार सफलता से संपन्न -शरद आलोक







नार्वे में भारत नार्वे साहित्य सेमिनार और सांस्कृतिक समारोह धूमधाम से संपन्न , मुर्गाबी, गुडिया का घर और सौन्दर्य के देश में का लोकार्पण संपन्न
भारतीय नार्वेजीय सूचना और सांस्कृतिक फॉरम के तत्वावधान में १६ अगस्त को वाइतवेत यूथ सेंटर ओस्लो, में धूमधामधाम से संपन्न हुआ।
नार्वे के सांसदों श्रीमती मारियाने मर्तिन्सेन, अख्तर चौधरी और स्थानीय मेयर थोऊर्स्तें विन्गेर ने इस कार्यक्रम को विभिन्न संस्कृतियों के मध्य सेतु बनाने वाला बताया। इस अवसर पर भारत से आए विद्वानों और नार्वे की विभूतियों को सम्मानित और पुरस्कृत किया गया। जिनके नाम हैं डॉ रामाश्रय 'सविता' सतीश कुमार मोर्य, डॉ सुरिंदर कुमार सेठी , निर्मला एस मोर्य और प्रो योगेन्द्र प्रताप सिंह भारत से और सांसद मारियाने मर्तिन्सेन, हैकि होल्मोस तथा नार्वेजीय लेखक संघ की अध्यक्ष आने ओतेर्होल्म थे।

रविवार, 16 अगस्त 2009

International Cultural Festival - Today 16th Aug'2009, 17:00:Hrs,Veitvet Ungdomsklubb, Veitvetveien, Oslo

Welcome !! -- at International Cultural Festival

Meet Today with these Writer in International Cultural Festival at 17:00Hrs (Veitvet Ungdomsklubb, Veitvetveien 8 i Oslo, OG)

From right standing Dr. Ramashray Savita, Prof. Yogendra Pratap Singh, Prof. Nirmala S. Mourya, Satish Mourya & Dr. Surendra Kumar Sethi


शनिवार, 15 अगस्त 2009

१६ अगस्त को सांस्कृतिक वाइतवेत, Veitvet Ungdomssenter, Oslo ओस्लो में सांस्कृतिक समारोह Kulturfest, kl. 1700

Velkommen til Internasjonal kulturfest
Fri inngang, alle er velkommen
søndag den 16। august kl 17:00 på Veitvet Ungdomssenter, Veitvetvn। 8, Oslo
स्वागतम आपका सांस्कृतिक समारोह में स्वागत है।

बाएँ से सुरेशचंद्र शुक्ल शरद आलोकऔ, प्रो निर्मला एस मौर्य, सतीश कुमार मौर्य, प्रो योगेन्द्र प्रताप सिंह और डॉ रामाश्रय सविता

ओस्लो में भारतीय स्वतंत्रता दिवस पर खेल मेला शुरू-शरद आलोक

स्वाधीनता दिवस १५ अगस्त २००९ को ओस्लो में खेलमेला

कार्यक्रम में जलपान का पंडाल

इंडियन वेलफेयर सोसैती के सदस्यगण

आजाद क्लब टीम के खिलाड़ी

वालीवाल मैच खेलते खिलाड़ी।
भारतीय खेल मेला आज दस बजे फुरुसेट, ओस्लो में शुरू हो गया। गुरुद्वारा गुरुनानक देव से आए ग्रन्थी ने अरदास करके कार्यक्रम का श्रीगणेश किया।इंडियन वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष सुरजीत सिंह ने सभी का स्वागत करते हुए खेलोंमें सद्भाव बनाये रखने की अपील की।

Indian independence day celebration in Oslo, Norway

Indian Independent day celebration in Oslo, Norway
- Sharad Alok, Oslo, Norway
Indian Independent Day Celebrated at Indian Ambassy Norway with Indian flag hosting by Ambssador Banbit Roy. There after he read the President massage in English & same is in hindi followed by Mr. R.K.Singh. This program conducted by Ms. Sheela Kumar. This occassion was witnessed by lot of prestigious people from Norway, India & other counteries.

नार्वे में स्वाधीनता दिवस पर राजदूत के निवास पर ध्वजारोहण समारोह

नार्वे में भारतीय स्वाधीनता दिवस मनाया गया -शरद आलोक
संछिप्त समाचार चित्र के बाद पढिये
भारतीय राजदूत के निवास ओस्लो में ध्वजारोहण समारोह के कुछ चित्र

राजदूत बनदित राय जी ध्वजारोहण करते हुए

आर के सिंह जी हिन्दी में राष्ट्रपति का संदेश पढ़ते हुए

दूतावास परिवार के साथ प्रो निर्मला मौर्य और माया भारती

इस अवसर पर बच्चों को उपहार दिए गए

राजदूत बनदित राय जी के साथ भारतीय

पन्द्रह अगस्त (स्वाधीनता दिवस) का उत्साह भारतीयों में देखे नहीं बनता था।







नार्वे में स्वाधीनता दिवस धूमधाम से मनाया गया- शरद आलोक
भारतीय राजदूत बन्बित राय Banbit Roy के निवास ओस्लो, नार्वे में भारत के स्वाधीनता दिवस पर ध्वजारोहण समारोह धूमधाम से मनाया गया। भारतीय राजदूत ने ध्वजारोहण किया। राष्ट्रीय गीत गाया गया। वन्देमातरम गीत गाया गया। सुभास विद्यार्थी जी ने वंदे मातरम् और अन्य राष्ट्रिय नारे लगवाये। हिन्दी में संदेश पढ़ा दूतावास में प्रथम सचिव आर के सिंह कार्यक्रम का सञ्चालन किया शीला रीता कुमार ने।
भारत से पधारे लेखकों में सतीश कुमार और प्रो निर्मला एस मोर्य, रीता कुमार, सुरेशचंद्र शुक्ल, रुपिंदर सिंह ढिल्लो, स्पाइल दर्पण की प्रतिनिधि संगीता शुक्ला सिमोंसें, सुरजीत सिंह सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।


















शुक्रवार, 14 अगस्त 2009

सोमवार, 10 अगस्त 2009

आमंत्रण - Invitasjon

आमंत्रण INVITASJON
आप सादर आमंत्रित हैं। Velkommen
अंतराष्ट्रीय सांस्कृतिक समारोह INTERNASJONAL KULTURFEST
समय : 16 अगस्त को शाम पांच बजे (kl. 1700)
søndag den 16. august kl. 1700
på Veitvet Ungdomssenter, Veitvetveien 8, Oslo
Forfattere deltar i arrangementer: Fra venstre Satish Kumar Mourya, Prof। Nirmala S Mourya og Suresh Chandra Shukla
लेखक सतीश कुमार और निर्मला एस मोर्य तथा सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक' को सुनिए कार्यक्रम में
Forfatterseminar लेखक सेमिनार
i samarbeid med Norsk Forfattersentrum
Gjest forfattere fra India:
Prof. Nirmala S Mourya, Satish Kumar Mourya, Ramashray Savita, Yogendra Pratap Singh
Norske og innvandrer -forfattere vil delta.
Vi deler ut Speil-prisen.
समय : 18 अगस्त को दिन में एक बजे (13:00)
tirsdag den 18. august kl. 13:00
på Litteraturhuset (3. etasje), Henrik Wergelandsveien 29, Oslo
Vi sees!
Hilsen
Indisk-Norsk Informasjons -og Kulturforum, Psotboks 31 Veitvet, 0518 Oslo
For mer informasjon, ta kontakt: Suresh Chandra Shukla Tlf.: 90 07 03 18

INVITASJON - आमंत्रण

Velkommen til
Internasjonal kulturfest
søndag den 16. august kl. 17:00
på Veitvet Ungdomssenter, Veitvetvn. 8 i Oslo &
Forfatterseminar
den 18. august kl. 13:00
Litteraturhuset (3. etasje), Henrik Wergelandsveien 29 i oslo
tirsdag den 18. august kl. 13:00
Fri inngang!
Vi sees! for mer informasjon kontakt: Suresh Chandra Shukla (Tlf. 90 07 03 18)
Leder, Indisk-Norsk Informasjons -og Kulturforum, Postboks 31 Veitvet, 0518 Oslo
speil.nett@gmail.com

गुलशन बावरा का सफर, भूल न पाए हमसफ़र. -शरद आलोक


गुलशन बावरा हिन्दी के उन गीतकारों में से एक हैं जिन्होंने गीत को भारत की मिट्टी से जोड़ा -शरद आलोक

अभी कुछ दिनों पहले हमारे प्यारे गीतकार, अच्छे व्यक्ति गुलशन बावरा जी चले गए। देश विदेश में उनके बहुत चाहने वाले थे।
गुलशन बावरा जी का एक गीत था जीवन के हर मोड़ पर मिल जाते हैं हमसफर' जो लोकप्रिय हुआ। लेकिन स्वयम गीतकार बावरा जी मिलकर हमेशा के लिए बिछड़ गए। उनके गीतों में उनको निहारा करेंगे हम सब। फिल्मी गीतों में रस का आभाव सा हो गया लगता है, हालाँकि कुछ अपवाद भी हैं, पर ऐसे गीतकार विरले ही हैं जिन्होंने स्तर से नीचे जाकर समझौता नहीं किया। उनमें से ही एक थे भाई गुलशन जी।
उनके बहुत से गीतों में कुछ को गिना रहा हूँ जिन्हें भूल पाना मुमकिन नहीं है: 'मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे मोती', 'यारी है ईमान मेरा यार मेरी जिन्दगी' , 'अगर तुम न होते', और 'आती रहेंगी बहारें' आदि।
गुलशन जी को श्रधांजलि।

शनिवार, 8 अगस्त 2009

Mela i Asker

Ajad Sports Club, Asker arrangerer
mela
på Borgan nær Skeidar
i dag den 8. august kl. 1700

Poesikveld i dag på Bydelshus på Furuset

I dag 8. august kl. 1700 arrangeres
poesikveld
i Bydelshus på Furuset
i oslo.
Alle er velkommen.
Dikt på urdu, pujabi og hindi.

शनिवार, 1 अगस्त 2009

Invitasjon आमंत्रण १६ अगस्त को शाम ५ बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम का आमंत्रण

INVITASJON आमंत्रण
Velkommen स्वागतम्
अन्तराष्ट्रीय सांस्कृतिक समारोह
Internasjonal kulturfest

med dikt, musikk, dans, lansering og prisutdeling
रविवार, 16 अगस्त 2009 को søndag den 16. august kl. 1700
अपनी भाषा , संस्कृति और सद्भाव के लिए ऐसे कार्यक्रम जरूरी है । इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए भारत से चार लेखक आ रहे हें।
Sted: स्थान: वाइतवेत यूथ सेंटर, ओस्लो में
Veitvet Ungdomssenter, Veitvetvn. 8, Oslo
अधिक जानकारी के लिए संपर्क कीजिये : फोन 22 25 51 57
Vi sees !