मंगलवार, 27 नवंबर 2012

वाइतवेत सेंटर, ओस्लो में 6 दिसंबर शाम छः बजे (18:00)नोबेल पुरस्कार पर लेखक गोष्ठी में आपका हार्दिक स्वागत है।

लेखक गोष्ठी  में आपका हार्दिक स्वागत है।
 बृहस्पतिवार 6 दिसंबर शाम छः बजे (18:00)
चिली कुल्तूरहूस, वाइतवेत सेंटर  में
थूर्स्तैन विन्गेर नोबेल शांति पुरस्कार पर अपना वक्तव्य देंगे।
विल्सन गौरी और जे भट्टी हिन्दी सिनेमा के गीत प्रस्तुत करेंगे।
अनेक कवि  अपनी कविता प्रस्तुत करेंगे।
कार्यक्रम का सञ्चालन सुरेशचन्द्र शुक्ल  करेंगे।
speil.nett@gmail.com
आयोजक: Arrangør: Indisk-Norsk Informasjons -og Kulturforum
Postbox 31, Veitvet
0595 Oslo

Velkommen til forfatterkafe
torsdag den 6. desember kl. 18:00
på Chilensk kulturhus, Veitvetsenter (Oslo)
Vi markerer Nobels fredpris utdeling.
Foredrag: Torstein Winger
Musikk og sang: Javed Bhatti  og  Wilsan Ghauri fra Spania.
Flere vil lese dikt
Enkel servering.
Gratis inngang.
Arrangør: Indisk-Norsk Informasjons -og Kulturforum
Postbox 31, Veitvet
0595 Oslo
For mer informasjon ta kontakt med Suresh Chandra Shukla på tlf. 90 07 03 18
eller på e-post: speil.nett@gmail.com

बुधवार, 14 नवंबर 2012

Nehrus bursdag ble feiret på Forfatterkafe på Veitvet, Oslo


Nehrus bursdag ble feiret på Forfatterkafe på Veitvet, Oslo
Oslo, 14 november 2012.
Nehrus bursdag ble feiret på Forfatterkafe på Veitvet, Oslo. Leder av Indisk-Norsk Informasjons og Kulturforum ønsket velkommen og kastet lys over Jawahar Lal Nehru.
I denne anledningen fikk vi artister fra en musikkgruppe fra Spania og spilte klasisk musikk og sang fra Hindi/Bollywood Cinema. Jawed Bhatti og Wilson Ghouri har ledet musikk gruppe.
Inderjit Pal, Raj Kumar Bhatti og Suresh Chandra Shukla har lest sine dikt.       

ओस्लो में नेहरु जी का जन्म दिन मनाया गया।

ओस्लो में नेहरु जी का जन्म दिन मनाया गया। 

 14 नवम्बर 2012 को शाम पांच बजे स्तिक  इन्नोम, वाइतवेत, ओस्लो में भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु के जन्मदिन पर लेखक गोष्ठी संपन्न हुई।  भारतीय नार्वेजीय सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम के अध्यक्ष सुरेशचंद्र शुक्ल ने नेहरु जी के जीवन पर प्रकाश डाला। और सभी का स्वागत किया।  
मिलाप संगीत ग्रुप, बारसलोना, स्पेन के विल्सन गौरी, जावेद भट्टी और राज कुमार भट्टी ने इस अवसर पर मधुर गीत सुनाये जिसे दर्शकों ने बहुत पसंद किया।  
अंत में इन्दरजीत पाल और सुरेशचन्द्र  शुक्ल ने अपनी कविताओं का पाठ किया।
आगामी लेखक गोष्ठी 10 दिसंबर को आयोजित हो रही है जिसमें नार्वे में नोबेल शांति पुरस्कार पर उत्सव मनाया जाएगा और जिसमें नोबेल पुरस्कार पर वक्तव्य, गीत संगीत का कार्यक्रम प्रस्तुत किया जायेगा।

रविवार, 4 नवंबर 2012

Photo of Diwali celebration on 3rd november at Høyenskole, Norway organized by Sports Cultural Federation of Norway

स्पोर्ट्स कल्चरल फेडरेशन ऑफ़ नॉर्वे द्वारा आयोजित दीवाली कार्यक्रम के चित्र :

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पंक्तियों के मध्य - सुरेशचंद्र शुक्ल 'शरद आलोक'

पंक्तियों के मध्य
सुरेशचंद्र शुक्ल 'शरद आलोक'

यह दर्द भरा रिश्ता,
जिसको निभाना है,
यह मुझको मिला, यह तुमको मिला
कैसी उलाहना है।

कुछ तो है इसमें,
आकर्षित होते हैं,
कुछ खिंचे  चले आते,
कुछ अभी प्रतीक्षित हैं!


यह प्रेम नगर ऐसा
कण-कण में छिपा हुआ,
प्रिय जहाँ देखना चाहो,
दर्पण में दिख जाता।

यह प्रतिबिम्ब नहीं तो क्या,
पीछा छाया करती,
कुछ दुःख एकांतवासी,
सबसे बाँट रहे आंसू।।

जब तक आदर मन है,
तब तक ही प्रेम मधुर।
गुलाब सा रहना हो,
कांटे -पांखुरी सहचर।।

शरद में बरफ-पहाड़ बने,
गर्मी में बह झरना।।
मौसम ने सिखलाया
सीमा से परे रहना।।

खाख दरिया दिल हैं?
वादा न निभाना आया?
जीवन-नौका को संग,
न पार लगाना आया।।

कितने भवनों के मालिक!
क्यों मेहमानों से खाली।।
धन धान्य एकत्र किये हो,
मन-मिट्ठू बने सवाली।।