बुधवार, 24 अगस्त 2016

जम्मू -कश्मीर में सभी को शिक्षा और प्रेम की जरूरत - सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक' Suresh Chandra Shukla

जम्मू -कश्मीर में सभी को शिक्षा और प्रेम की जरूरत - सुरेशचन्द्र  शुक्ल 'शरद आलोक' Suresh Chandra Shukla
स्टाकहोम में भोजन के पूर्व मित्रों के साथ 
हिंदी कश्मीरी संगम द्वारा आयोजित जम्मू कश्मीर में सेमीनार और पुरस्कार समारोह २८ और २९ अगस्त २०१६ को हम  जब सौहाद्र और मुहब्बत का पैगाम लेकर हम जा रहे हैं. हम यह सोचे कि हमने देश और समाज को क्या दिया है न कि यह सोचें कि देश ने हमको क्या दिया है.
आज हमारे अनुभवी और लोकप्रिय नेता राजनाथ सिंह जी कश्मीर यात्रा पर हैं और हम दो दिन बाद यात्रा पर होंगे।
हम सभी का मकसद है कि वहां सभी मूल निवासी कश्मीरी पंडित सहित और वहां की संघर्षरत जनता और बेरोजगार और अध्ययनशील युवा सभी मिलकर शांति से श्रमदान से विचार विमर्श से जम्मू कश्मीर को एक सैलानियों का स्वर्ग और आई -टी घाटी बना दें.
फिलहाल सपना देखने के बाद ही पूरा होता है. आज के आधुनिक युग में दकियानूसी ख्यालों और धार्मिक कट्टरता को एक किनारे रखना होगा।  हम साथ नमाज पढ़े  और साथ-साथ मंदिर जायें पर पड़ोस में कोई प्यासा तो नहीं, कोई बिटिया बिना स्कूल के तो नहीं यदि है तो क्यों और उसके लिए प्रयास किये जाने चाहिए।




में सर्वधर्म भाव और 

बुधवार, 17 अगस्त 2016

नार्वे में भारत की सत्तरवीं आजादी का जश्न -सुरेशचंद्र शुकल 'शरद आलोक' Suresh Chandra Shukla

नार्वे में भारत की सत्तरवीं आजादी का जश्न 
माया भारती, ओस्लो, नार्वे  

ओस्लो, नार्वे में भारत की स्वतन्त्रता दिवस की सत्तरवीं वर्षगाँठ का जश्न 15 अगस्त को शुरू हुआ जो 23 अगस्त तक मनाया जा रहा है।  ओस्लो में भारतीय दूतावास में भारतीय राजदूत एन ए के ब्राउन ने ध्वजारोहण किया और भारत के राष्ट्र्गान और भारत माता की जय के घोष से इण्डिया हॉउस,ओस्लो गूँज गया. राष्ट्रपति महामहिम प्रणव मुकर्जी के सन्देश को पढ़कर जब राजदूत महोदय ने सुनाया तो सभी की तालियों की गड़गड़ाहट से वातावरण गुंजायमान हो गया.

फिर शाम को भारतीय -नार्वेजीय सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम की ओर से भारतीयों ने बहुत धूमधाम से स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाया। 'गोकुलम' और 'दामिनी हाउस आफ कल्चर' संस्था के कलाकारों के अलावा भारत के प्रतिभावान कलाकारों ने भाग लिया और कार्यक्रम का शुभारम्भ मन्त्र पाठ, वंदना तथा राष्ट्र गीत 'वन्देमातरम'  से हुआ.
भारतीय दूतावास के सचिव एन पुनप्पन जी ने राष्ट्रपति का सन्देश पढ़ा. अध्यक्षता कर रहे संस्था के अध्यक्ष सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक' ने सभी को बधाई देते हुए भारत देश की आजादी के दीवाने  की याद दिलाते हुए सीमा और देश में सुरक्षा में लगे सभी भारतीयों के यशगान और  जयगान किया और कहा कि विदेशों में भी भारतीय समुदाय अपनी कड़ी मेहनत से अपने  और देश  के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं तथा उन्होंने भविष्यवाणी की कि भारत भविष्य का कान्टीनेंट है.  
स्थानीय मेयर थूरस्ताइन विंगेर ने भारत की स्वतन्त्रता के लिए सभी को बधायी देते हुए भारतीय -नार्वेजीय सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम के इस आयोजन को इंट्रीग्रेशन में महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति एक बहु संस्कृतियों का गुलदस्ता बताया। 
वर्षा द्विवेदी, आस्था दवे, मीना मुरलीधरन के देशभक्ति गीतों का  सुमधुर गायन किया और  नृत्य का  सञ्चालन किया अंशु जैन, कश्मीरा सिंह ने  तथा संगीत का संचालन किया तारक दत्ता  ने और संगीत का सुमधुर कार्यक्रम प्रस्तुत किया जिसमें मोहम्मद तारिक ने सारंगी और  तारक दत्ता ने तबला पर साथ दिया। संगीता शुक्ल दिदरिक्सेन ने मुख्य अतिथियों का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया।
कवितापाठ करने वालों में सिगरीद  मारिये रेफसुम,  इंगेर मारिये लिल्लेएंगेन, गुरु शर्मा, विष्णु अग्रवाल, प्रवीण गुप्ता, लैला खालिद और सुरेशचंद्र शुकल 'शरद आलोक' थे. 



रविवार, 14 अगस्त 2016

भारत की ७० वीं स्वाधीनता दिवस पर हार्दिक शुभकामनायें। - सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक'15.08.16-Suresh Chandra Shukla

भारत की ७० वीं स्वाधीनता दिवस पर

हार्दिक शुभकामनायें। - सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक'

भारत की ७० वीं स्वाधीनता दिवस पर आप सभी को और भारत के मित्रों को हार्दिक शुभकामनायें। Gratulerer med Indias 70. nasjonaldag, uavhengighetsdagen. Jeg deler et dikt på hindi. Ha en fin dag.
आओ सब मिलजुलकर मनायें सत्तरवीं आजादी को, गोदामों में अनाज सड़ रहा रोकें उस बर्बादी को.
डेढ़ लाख मर जाते अपने सड़कों की दुर्घटना में, आपस में लड़ मिट जाते हैं चक्रव्यूह की रचना में.
अपने वतन से दूर रहकर भी अब अपना फर्ज निभाना है, तन-मन धन से योगदान दे, माटी को स्वर्ण बनाना है.
जहाँ उपग्रह बनते हैं, मंगलगृह जाकर एक साल हुए, अपने जीवन को होम करके देश का मान बढ़ाना है.

रविवार, 7 अगस्त 2016

Gratulerer med vennskaps dagen.मैत्री दिवस पर सभी मित्रों को बधाई। - Suresh Chandra Shukla

Gratulerer med vennskaps dagen.मैत्री दिवस पर सभी मित्रों को बधाई।
Jeg deler et dikt med dere på hindi.



दोस्ती
मुबारक हो दोस्ती तुमको,
मुबारक मंजिलें तुमको। 
जो सड़के बनाते हैं 
सदा उनपर नहीं चलते हैं 

मुबारक हो आशियाँ तुमको,
मुबारक हो नया घर तुमको।
जो (मजदूर) इमारत बनाते है
हमेशा उनमें नहीं रहते।


मुबारक हो ये चाय काफी,
बाल श्रमिक-बयरा (परोसने वाला) हूँ.
जिसे तुमको पिलाता हूँ 
उसे बमुश्किल से  पीता हूँ.

बीमारी में भी मुझको माँ,
घर अकेले छोड़ जाती है.  
संतान हूँ  आया का मैं,   
वह दूसरे बच्चे खिलाती है.  

रचयिता -सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक' (सड़क पर विचरते देवदूत से.) चित्र नार्वेजीय लेखक मित्रों के साथ.

शुक्रवार, 5 अगस्त 2016

शिवमंगल सिंह सुमन 5 अगस्त सन् 1915 में जन्मे- सुरेशचंद्र शुक्ल 'शरद आलोक' Suresh Chandra Shukla


शिवमंगल सिंह सुमन एक अच्छे मित्र और रचनाकार - सुरेशचंद्र शुक्ल 'शरद आलोक'
बायें से शिवमंगल सिंह सुमन, सुरेशचंद्र शुक्ल 'शरद आलोक' और बेकल उत्साही।

लखनऊ में मुलाकात 
शिवमंगल सिंह ‘सुमन’ जी से मेरी मुलाक़ात लखनऊ में अनेक बार हुई उत्तर प्रदेश हिंदी संसथान और लिटरेरी हाउस में शिव शंकर मिश्र जी के साथ. शिवशंकर मिश्र राजेंद्र नगर, लखनऊ में रहते थे. मैंने उनके साथ लन्दन और मैनचेस्टर में कविसम्मेलनों में साथ-साथ कविता पाठ किया था. वह मुझे बहुत मानते थे और मेरी हिंदी सेवा से बहुत प्रसन्न थे. 
5 अगस्त  को उन्नाव ज़िले के झगरपुर ग्राम में जन्मे शिवमंगल सिंहसुमनहिन्दी गीत के सशक्त हस्ताक्षर हैं। बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर तथा डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त करने वालेसुमनजी ने अनेक अध्ययन संस्थाओं, विश्वविद्यालयों तथा हिन्दी संस्थान के उच्चतम पदों पर कार्य किया।
साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित 
सन् 1974 में आपकी कृतिमिट्टी की बारातपर आपको साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला। इसी वर्ष में आपको भारत सरकार का पद्म श्री अलंकरण भी प्राप्त हुआ। इसके अतिरिक्त भी अनेक पुरस्कारों सम्मानों से सम्मानितसुमनजी ने अनेक देशों में हिन्दी कविता का परचम लहराया।
हिल्लोल’, ‘जीवन के गान’, ‘युग का मोल’, ‘प्रलय सृजन’, ‘विश्व बदलता ही गया’, ‘विंध्य हिमालय ‘, ‘मिट्टी की बारात’, ‘वाणी की व्यथाऔरकटे अंगूठों की वंदनवारेंआपके काव्य संग्रह हैं। इसके अतिरिक्तमहादेवी की काव्य साधनानाम से आपने आलोचना साहित्य भी लिखा है।उद्यम और विकासशीर्षक से आपका गीति काव्य भी प्रकाशित हुआ औरप्रकृति पुरुष कालिदासनामक नाटक भी आपने लिखा।
हिन्दी कविता की वाचिक परंपरा आपकी लोकप्रियता की साक्षी है। देश भर के काव्य-प्रेमियों को अपने गीतों की रवानी से अचंभित कर देने वाले सुमन जी 27 नवंबर सन् 2002 को मौन हो गए।
बायें से बेकल उत्साही, सुरेन्द्र अरोड़ा (हिंदी अधिकारी , भारतीय है कमीशन लन्दन) और  शिवमंगल सिंह सुमन, लन्दन, यू  के में. 

बुधवार, 3 अगस्त 2016

3.08.16 सुरेशचंद्र शुक्ल को जगदीश गुप्त साहित्यरत्न सम्मान -Suresh Chandra Shukla

आज  मैथिली शरण गुप्त और डॉ जगदीश गुप्त की जयन्ती मनाई गयी.

 यूपी प्रेस क्लब लखनऊ में 

डॉ जगदीश गुप्त जी के जन्मदिन पर अनेक विद्वान पुरस्कृत हुये 

जगदीश गुप्त जन्म: जन्म 3 अगस्त 1924 को हुआ था. निधन: 16 मई 2001.
3.08.16 लखनऊ में  आज यू पी प्रेसक्लब, भारत  में नयी कविता के हस्ताक्षर डॉ जगदीश गुप्त जी के जन्मदिन के अवसर पर अनेक लेखकों को पुरस्कृत किया गया. पुरस्कृत लोगों में नार्वे के साहित्यकार सुरेशचन्द्र शुक्ल को जगदीश गुप्त साहित्यरत्न सम्मान, दिल्ली के कैलाशनारायण तिवारी को जगदीश गुप्त शिखर सम्मान, प्रोफ वशिष्ठ अनूप को जगदीश गुप्त अकादमिक सम्मान, डा कामता कमलेश को जगदीश गुप्त गौरव सम्मान, डा अरविन्द कुमार (प्रतापगढ़) को  जगदीश गुप्त साहित्यश्री सम्मान, डॉ भारत राज शास्त्री को श्रीमती सौभाग्यवती गुप्त साहित्य सुधा सम्मान से पुरस्कृत किया गया. धन्यवाद।
विमोचन  
अरविन्द कुमार और रवि  कुमार द्वारा सम्पादित पुस्तक 'आदिवासी साहित्य का समीक्षात्मक अध्ययन' और पत्रिका निरुप्रह के लोकार्पण हुआ. इसके अलावा श्री भक्तराज शास्त्री की लोकार्पित पुस्तक थीं  'आस्था के रंग'. 
मैथिली शरण गुप्त जी
हिंदी में खड़ी बोली के सर्वाधिक महत्वपूर्ण कवि मैथिली शरण गुप्त जी का जन्म 3 अगस्त 1886 को चिरगांव में हुआ था और मृत्यु 12 दिसंबर 1964 में हुई थी. 

सोमवार, 1 अगस्त 2016

15 अगस्त (15.08.16) को ओस्लो में भारतीय स्वाधीनता दिवस - सुरेशचन्द्र शुक्ल Suresh Chandra Shukla

१५ अगस्त (15.08.16) को ओस्लो में भारतीय स्वाधीनता दिवस - सुरेशचन्द्र शुक्ल Suresh Chandra Shukla


ओस्लो में भारतीय स्वतंत्रता दिवस दिवस मनाया जायेगा 

आप सभी भारतीय और भारत के मित्र सादर आमन्त्रित हैं 



15 अगस्त को शाम 18:00 बजे 

स्थान : Veitvetsenter Oslo.

१५ अगस्त (15.08.16) को शाम 18:00 बजे, वाइतवेत सेन्टर, ओस्लो में 
भारत का स्वतंत्रता दिवस धूमधाम  जाएगा।  सभी भारतीय और भारत के मित्र सादर आमंत्रित हैं. 

अधिक सूचना के लिए संपर्क करें: speil.nett@gmail.com

Arrangør आयोजक:
Suresh Chandra Shukla 
Leder
भारतीय-नार्वेजीय सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम
Indisk-Norsk Informasjons og Kulturforum
Postbox 31, Veitvet, 0518 Oslo 

१५ अगस्त (15.08.16) को शाम 18:00 बजे, वाइतवेत सेन्टर, ओस्लो में 
भारत का स्वतंत्रता दिवस धूमधाम  जाएगा।  सभी भारतीय और भारत के मित्र सादर आमंत्रित हैं. 

१५ अगस्त (15.08.16) को ओस्लो में भारतीय स्वाधीनता दिवस - सुरेशचन्द्र शुक्ल Suresh Chandra Shukla


ओस्लो में भारतीय स्वतंत्रता दिवस दिवस मनाया जायेगा 

आप सभी भारतीय और भारत के मित्र सादर आमन्त्रित हैं 



15 अगस्त को शाम 18:00 बजे 

स्थान : Veitvetsenter Oslo.

१५ अगस्त (15.08.16) को शाम 18:00 बजे, वाइतवेत सेन्टर, ओस्लो में 
भारत का स्वतंत्रता दिवस धूमधाम  जाएगा।  सभी भारतीय और भारत के मित्र सादर आमंत्रित हैं. 

अधिक सूचना के लिए संपर्क करें: speil.nett@gmail.com

Arrangør आयोजक:
Suresh Chandra Shukla 
Leder
भारतीय-नार्वेजीय सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम
Indisk-Norsk Informasjons og Kulturforum
Postbox 31, Veitvet, 0518 Oslo 

१५ अगस्त (15.08.16) को शाम 18:00 बजे, वाइतवेत सेन्टर, ओस्लो में 
भारत का स्वतंत्रता दिवस धूमधाम  जाएगा।  सभी भारतीय और भारत के मित्र सादर आमंत्रित हैं.