शनिवार, 31 मार्च 2018

Dikt/ कविता: Møtte henne på Loppe marked Av Suresh Chandra Shukla उससे मुलाकात हुई,फ्ली बाजार में. जीवन के मीना बाजार में -सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक', ओस्लो

 Møtte henne på Loppe marked
Av Suresh Chandra Shukla

Møtte henne på løppemarked,  
på livets gems marked.
Turen til spent og populær aksjon
på ulike ting som blir solgt.

Jeg har kjøpt øredobber av en artist,
som jeg ønsket å møte en gang,
Men hun møtte meg aldri.
Jeg kjøpte gaver for ukjente mottakere.
Noen ganger du får angasjert
du kjøper ting som du ikke har behov for.

Vi liker å bruke på nytt mange ting,
er de drømmer- varer eller tanker.
Vi støtter våre røtter
gir dem gratis
og bytter med hverandre:
er de barna,
med yngere generasjon og de nye landsmenn.

Kaster du fort de klærene som får hull,
eller syr du igjen med nye lapper.
Kan du fylle gap mellom deg og meg
ved å ha dilog og en hyggelig prat.
Hvem i verden som ikke liker gamle ting?
Vi prater ofte med noen
og har konsentrasjon på noen andre.

Vanskelig å finne møtteplass,
bruk Loppemarked, et møttepunkt
et møttested hvor miljøvern og moralen bryter grenser.


उससे मुलाकात हुई,फ्ली बाजार में,
जीवन के मीना बाजार में 
सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक', ओस्लो

उससे मुलाकात हुई,फ्ली बाजार में.
जीवन के मीना बाजार में
माल की नीलामी की लोकप्रिय यात्रा
जहाँ प्रिय चीजें बिकेंगी।

मैंने खरीदे पुराने कान के बाले,
एक कलाकार के थे जिसे मैं कभी मिला था
पर वह न मिली थी.
मैंने यहाँ कुछ उपहार खरीदे
अनजान उपहार पाने वालों के लिए.

हम दोबारा प्रयोग करते हैं बहुत सी चीजें,
क्या ये सपने हो सकते हैं या फिर विचार.?
हम अपनी जड़ों को पुख्ता करते हैं
और निशुल्क बाँट देते हैं
आपस में बदलते हैं.
क्या ये बच्चे नहीं या फिर नये आगंतुक नागरिक।

क्या तुम सदा पुराने कपड़े फटने के बाद फेक देते हो?
या फिर उसमें पैबंद लगाते हो.
क्या तुम संवाद के जरिये
मेरे और अपने बीच की दूरी मिटा सकते हो?

कौन ऐसा होगा जिसे पुरानी चीजें
आकर्षित नहीं करतीं?
कभी कभी हम बात किसी से करते हैं
पर ध्यान/निशाना कहीं और होता है.

मुश्किल है ढूढ़ना, एक बैठक की जगह
तो आइये मिलते हैं गेम्स बाजार में?
जहाँ पर्यावरण और पृकृति के आदर्श
बंधन तोड़ते हैं.

सोमवार, 5 मार्च 2018

11 वां विश्व हिंदी सम्मेलन मारीशस में - 18 से 20 अगस्त 2018 - Suresh Chandra Shukla

11 वां विश्व हिंदी सम्मेलन मारीशस में - 18  से 20 अगस्त 2018
महात्मा गांधी संस्थान मोका, मारीशस में 18  से 20 अगस्त तक ग्यारहवाँ विश्व हिंदी सम्मलेन का आयोजन हो रहा है.