मंगलवार, 27 नवंबर 2018

मेरी कॉम छह बार विश्व चैंपियनशिप जीतने वाली पहली महिला- Suresh Chandra Shukla


छह बार विश्व चैंपियनशिप जीतने वाली पहली महिला बनीं मेरी कॉम
पांच बार की विश्व बॉक्सिंग चैंपियन एम.सी. मेरी कॉम छठवीं बार विश्व चैंपियन बन गई हैं.

उन्होंने 48 किलोग्राम के लाइट फ़्लाइवेट कैटेगिरी में यूक्रेन की हेना ओखोटा को हराया.
35 वर्षीय मेरी कॉम ने शनिवार को नई दिल्ली के केडी जाधव इंडोर स्टेडियम में हेना को एकतरफ़ा मैच में 5-0 से हराया.
विश्व चैंपियनशिप में मेरी कॉम ने आख़िरी बार 2010 में स्वर्ण पदक जीता था. इसके अलावा वह 2002, 2005, 2006 और 2008 में भी स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं.
इसी रिकॉर्ड के साथ मेरी कॉम ने आयरलैंड की केटी टेलर का पांच बार विश्व चैंपियनशिप का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. साथ ही उन्होंने विश्व चैंपियनशिप के इतिहास में पुरुष बॉक्सर फेलिक्स सेवन के छह बार के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है.
यूक्रेन की हेना केवल 22 साल की हैं. उनके और मेरी कॉम के बीच में 13 साल की आयु का अंतर है. 'हंटर' उपनाम से प्रसिद्ध हेना ने यूरोपियन यूथ चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था.

मेरी का बचपन

मणिपुर में एक ग़रीब परिवार में जन्मी मेरी कॉम के परिवार वाले नहीं चाहते थे कि वो बॉक्सिंग में जाए. बचपन में मेरी कॉम घर का काम करती, खेत में जाती, भाई बहन को संभालती और प्रैक्टिस करती. दरअसल डिंको सिंह ने उन दिनों 1998 में एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीता था. वहीं से मेरी कॉम को भी बॉक्सिंग का चस्का लगा. काफ़ी समय तक तो उनके माँ-बाप को पता ही नहीं था कि मेरी कॉम बॉक्सिंग कर रही है.
साल 2000 में अख़बार में छपी स्टेट चैंपियन की फोटो से उन्हें पता चला. पिता को डर था कि बॉक्सिंग में चोट लगी तो इलाज कराना मुश्किल होगा और शादी में भी दिक्कत होगी.
लेकिन मेरी कॉम नहीं मानी. माँ-बाप को ही ज़िद्द माननी पड़ी. मेरी ने 2001 के बाद से चार बार वर्ल्ड चैंपियनशिप जीती. इसी बीच मेरी कॉम की शादी हुई और दो जुड़वा बच्चे भी.
मेरी कॉम के जीवन पर बॉलीवुड में बायोपिक भी बन चुकी है, जिसमें प्रियंका चोपड़ा ने मेरी कॉम की भूमिका अदा की थी.
 


राजनीति का स्तर इतना गिर गया है -पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला Suresh Chandra Shukla


पीएम मोदी के बयान- 'मां को गाली दी...' पर जमकर बरसे फारूक अब्दुल्ला
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर जमकर बरसते हुए कहा कि राजनीति में भाषा का स्तर कितना गिर गया है।

उल्लेखनीय है कि हाल ही में कांग्रेस नेता राज बब्बर ने ‍डॉलर के मुकाबले गिरते रुपए की तुलना पीएम मोदी की मां की उम्र से कर दी थी। इसके बाद मोदी ने कई चुनावी सभाओं में कहा था कि मेरी मां को कांग्रेस नेताओं ने गाली दी है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी की पुस्तक 'फेबल्स ऑफ फ्रैक्चर्ड टाइम्स' के विमोचन के मौके पर मोदी के इस बयान पर हमलावर होते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि आज के दौर में राजनीति का स्तर इतना गिर गया है कि लोग देश के लिए पंडित नेहरू द्वारा किए गए योगदान को भूल गए हैं। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इस देश के लिए अपनी जान दी। अन्य प्रधानमंत्रियों ने भी देश को बनाने में अपना पूरा समय दिया है। आज हम उन्हीं की वजह से यहां बैठे हैं।
अब्दुल्ला ने सवाल उठाया कि आज क्या हो रहा है? मेरी मां को गाली दी, मेरे बाप को गाली दी। क्या ये प्रधानमंत्री का स्तर है? इस देश का प्रधानमंत्री होने के नाते उन्हें बड़ी सोच रखनी चाहिए।
http://hindi.webdunia.com से साभार 
ऐसे नेता में राजनीति आचार-व्यवहार और डेमोक्रेसी की कमी-सुरेशचंद्र शुक्ल 
भारत में बहुत से नेताओं (राजनीतिज्ञों) ने आचार-व्यवहार की शिक्षा नहीं प्राप्त की. एक दूसरे का सम्मान करना नहीं आता. मेरा मत है कि इसका एक कारण कि जिसको धर्म का प्रचार करना आता है उसे जबरदस्ती या सत्ता की भूख में बड़े पदों पर बैठा दिया जाता है. जो जीवन भर राजनीति की शिक्षा प्राप्त कर रहा है और मानवता से कार्य कर रहा है उसे अलग कर दिया जाता है. यही भारत में भी हो रहा है.
एक बात और राजनैतिक दलों के पास चन्दा का ब्योरा सार्वजनिक करने और नेताओं द्वारा निर्णयों को और उनके साथ विदेश यात्राओं पर कौन-कौन जाता है और जाएगा उसे यात्रा पूर्व सार्वजनिक िक्या जाना चाहिए। 

सोमवार, 26 नवंबर 2018

फेक न्यूज के खिलाफ मुहीम में शामिल हों युवा। -Suresh Chandra Shukla

भारतीय मित्रों! राष्ट्रवाद के नाम पर भड़काने और इल्जाम लगाने वालों से बचिए। पुलिस और मीडिया को किसी के दबाव में नहीं आना चाहिये। मानवता से बड़ा कुछ नहीं होता। 

किसी के बहकावे में न आइये? फेक न्यूज के खिलाफ मुहीम में शामिल हों युवा।
 
भारत एक बहुसांस्कृतिक देश है. जो लोग भारत में देश के खिलाफ नारे या राष्ट्र भक्ति का नाम लेकर दूसरे पर, पड़ोसी पर दूसरे धर्म वाले देश वासियों  में दुर्भावना फैला रहे हैं उनसे दूर रहिये, चाहे वह अपने सगे भाई, बहन और सहधर्मी हों । अनेक मामले फेक न्यूज के जरिये भावनाओं को भड़काने से है और बहुत से निजी दुश्मनी निकालने के लिए किया जा रहा है. जो दशकों से साथ रहते चले आये हैं वह देश के खिलाफ नारे क्यों लगायेगा? भारत सभी धर्मावलम्बियों का है. युवाओं से निवेदन है कि वह बी बी सी की फेक न्यूज के खिलाफ मुहीम में शामिल हों तो बहुत भला होगा फेक न्यूज के पता लगाने में.

आर्ने स्काउएन Arne Skouen (1913-2003) तथा अपने दो बेटों अर्जुन और अनुपम के साथ- Suresh Chandra Shukla

चित्र में मैं नार्वे के बहुत मशहूर पत्रकार और फिल्मकार आर्ने स्काउएन तथा अपने दो बेटों अर्जुन और अनुपम के साथ. मैं आर्ने स्काउएन (1913-2003) से बहुत प्रभावित हुआ.




















På bilde står jeg sammen med Arne Skouen, mine sønner Ola Anupam og Arjun i Oslo. Jeg er veldig mye imponert av Kjent forfatter og filmskaper Arne Souen (1913-2003).

शनिवार, 24 नवंबर 2018

सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक' कृत कहानी संग्रह 'अर्धरात्रि का सूरज' का समीक्षात्मक अध्ययन-ओस्लो, नार्वे, 24 .11.18


 सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक' कृत कहानी संग्रह 'अर्धरात्रि का सूरज'
का समीक्षात्मक अध्ययन

 "सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक' कृत कहानी संग्रह 'अर्धरात्रि का सूरज' का समीक्षात्मक अध्ययन दयालबाग शिक्षण संस्थान आगरा की एम ए (हिंदी) की उत्तरार्द्ध आंशिक पूर्ति हेतु लघुशोध प्रबंध शोधार्थी सपना अग्रवाल ने डा आदित्य प्रचण्डिया के निर्देशन में लिखा। यह सब आपके स्नेह और सहयोग की ही कृपा है। आशा है वह कृपा बनी रहेगी।
Kjære venner, Sapna Agrawal har skrevet i ledelsen av Dr Aditya Prachandiya for M Fil. omhandlig om min novellesamling Ardhratri ka suraj (Midtnatt sol) på Dayalbagh Dreamd Universitet i Agra i India.
ओस्लो, नार्वे, 24 .11.18

मंगलवार, 20 नवंबर 2018

'सुरेशचन्द्र शुक्ल की कविताओं का सामजिक सरोकार' -शोधार्थी सविता सिंह, निर्देशन:डा निर्मला एस मौर्य

बन्धुवर, 'सुरेशचन्द्र शुक्ल की कविताओं का सामजिक सरोकार' विषय पर उच्च शिक्षा और शोध संस्थान, दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा, चेन्नई की एम फिल (हिन्दी) उपाधि के निमित्त लघु-शोध प्रबंध शोधार्थी सविता सिंह ने डा निर्मला एस मौर्य के निर्देशन में लिखा। यह सब आपके स्नेह और सहयोग की ही कृपा है। आशा है वह कृपा बनी रहेगी।
Kjære venner, Savita Singh har skrevet i ledelsen av Normala S. Mourya for M Fil. omhandlig om mine dikt på Universitets avdeling ved Dakshin bharat Hindi Prachar Sabha, Chennai i India. Jeg takker for alt hjelp og støtte jeg får både i Norge og India.

रविवार, 18 नवंबर 2018

Congratulations- Today (19th of november) is Indiara Gandhis birthday.

मित्रों, आज महिला प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी जी के जन्मदिवस पर बधाई
I dag markeres Kvinnelig statsminister Indira Gandhis fødselsdag. Bildet er fra i Oslo i 1983.


शनिवार, 10 नवंबर 2018