नार्वे में नेहरू जयन्ती
14 नवम्बर को ओस्लो में भारतीय-नार्वेजीय सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम के तत्वावधान में जवाहर लाल नेहरू जयन्ती धूमधाम से मनाई गयी. शरद आलोक ने नेहरू जी के जीवन पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर आयु में सबसे छोटी चार वर्षीय आइशा ने राष्ट्रगान और कविता सुनाई और और 13 वर्षीय शगुन ने अपना पहला लेख पढ़ा.
इस अवसर पर भारतीय दूतावास से श्री एन पोन्नप्पन ने शुभकामनाएं दी. बाद में संपन्न हुई कविगोष्ठी में कवितायें पढ़ी गयी जिनमें मीना मुरली, अलका भरत, दीपिका रतूड़ी, राज कुमार, मोहिन्दर सिंह, मारिस
मौउरिनो, नौशीन इकबाल, माया भारती प्रमुख थे. इंगेर मारिये लिल्लेएंगेन ने नेहरू जी को भारत और नार्वे के बीच सम्बन्ध जोड़ने वाला बताया।
14 नवम्बर को ओस्लो में भारतीय-नार्वेजीय सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम के तत्वावधान में जवाहर लाल नेहरू जयन्ती धूमधाम से मनाई गयी. शरद आलोक ने नेहरू जी के जीवन पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर आयु में सबसे छोटी चार वर्षीय आइशा ने राष्ट्रगान और कविता सुनाई और और 13 वर्षीय शगुन ने अपना पहला लेख पढ़ा.
इस अवसर पर भारतीय दूतावास से श्री एन पोन्नप्पन ने शुभकामनाएं दी. बाद में संपन्न हुई कविगोष्ठी में कवितायें पढ़ी गयी जिनमें मीना मुरली, अलका भरत, दीपिका रतूड़ी, राज कुमार, मोहिन्दर सिंह, मारिस
मौउरिनो, नौशीन इकबाल, माया भारती प्रमुख थे. इंगेर मारिये लिल्लेएंगेन ने नेहरू जी को भारत और नार्वे के बीच सम्बन्ध जोड़ने वाला बताया।