अर्ध सत्य
सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक'
न्याय पालिका, चुनाव आयोग
और मीडिया झुका हुआ है।
इसीलिए लोकतंत्र का मानो
गला घुटा - घुटा है।
विज्ञापन प्रदूषण फैलाने वाले
नेता अपने चित्र
बेतुके असत्य संदेशों से
जनता को गुमराह कर रहे।
अन्धभक्त भी अन्धकार को
उजियारा साबित में लगे हुए हैं।
जहाँ सबसे ज्यादा जनता,
भूख-प्यास से मरती है।
शिक्षा के अभाव में बच्चे,
जहाँ कूड़ा बीना करते हैं।
देश सम्पत्ति, निजी हाथों में,
कौड़ी के भाव बेचती है।
देश-विदेश के पूंजीपति के घर
हुक्का-पानी भरती है।
अन्धभक्त उस बन्दे को,
अपना हीरो मोदी कहती है।
सच्चाई कहने वालों को
अपराधी, डोंगी कहती है।
छप्पन सीने वाले का पौरुष,
क्या गौरव से भर जाता है?
बुलडोजर बाबा के कारण,
सरेआम बेटियां जलती हैं।