भारत में 80 करोड़ योग नहीं करते (योग दिवस 21 जून 2023 पर )
नार्वे से सुरेश चन्द्र शुक्ल ‘शरद आलोक’
देश में 80 करोड़ लोग योग नहीं करते।
योग के बारे में नहीं सोचते।
सुबह से रात तक मजदूरी और उसकी तलाश करते हैं।
भारत में मीडिया प्रचार करते नहीं थकता
अमेरिका में प्रधानमंत्री के साथ
117 देशों के अमरीकी योग करने आये,
पर अमेरिकी सांसदों (अमरीकी कांग्रेस जन) ने किया
प्रधान मंत्री के भोज का किया बहिष्कार।
भारत में जाति और धार्मिक हिंसा की आवाज,
यौन उत्पीड़न महिला पहलवानों की आवाज़
दलित, मुस्लिम, अल्पसंख्यक और पत्रकारों पर
सरकारी जुल्म भारत में चढ़कर बोल रहा।
अमेरिका के 67 सड़सठ सांसदों ने सुनी आवाज।
भारत में मौन सांसदों के पौरुष को रहे धिक्कार।
अमेरिकी सांसदों ने राष्ट्रपति से उठायी
भारत में लोकतन्त्र एवं मानवाधिकार की आवाज़।
भारत में अस्सी करोड़ लोग योग नहीं करते।
बिना सरकारी सहायता और अस्पताल के
उनके बच्चे जन्म लेते ही होते हैं कर्जदार?
मिलता है उन्हें, घृणा, द्वेष नफ़रत का बाजार।
बच्चों को नहीं मिलती निशुल्क चिकित्सा, शिक्षा और रोटी।
लोकतन्त्र पर है तमाचा है, नयी सरकार का संस्कार।
विपक्षी नेताओं को डराकर, फँसाकर
भारत में लोकतन्त्र को कमजोर कर रहे हैं।
विपक्षी नेताओं को फँसाकर उन्हें आगामी चुनाव में
खड़ा होने से रोकने की तैयारी कर रहे हैं।
80 करोड़ लोग निशुल्क राशन नहीं चाहते।
वे चाहते हैं, स्वतंत्रता, मानवाधिकार, सुरक्षा।
सभी को समान अधिकार और समान निशुल्क शिक्षा।
जहाँ फिर कभी मणिपुर और कश्मीर नहीं जलेगा।
लोकतन्त्र में फिर होगा गाँधी का प्रेम और भाईचारा।
ओस्लो, 22.06.23