प्रवासी भारतियों को मतदान का अधिकार मिलेगा. जयपुर में दसवां प्रवासी भारतीय दिवस धूमधाम से संपन्न - शरद आलोक
महात्मा गांधी की पौत्री इला गांधी को स्पाइल-दर्पण भेंट करते हुए शरद आलोक
जयपुर में प्रवासी भारतीय दिवस संपन्न हुआ. प्रवासी भारतियों के लिए जयपुर की कुछ इमारतें दुल्हन की तरह सजी थीं. साफ सुथरी सड़के, नगर के होटल, और सम्मलेन स्थल प्रवासियों की स्वागत के लिए तैयार थे.
इस सम्मलेन का विशेष आकर्षण था की त्रिनीदाद और टुबैगो की प्रधानमंत्री कमला बिसेसर प्रवासी भारतीय दिवस की मुख्य अतिथि थीं जिन्हें प्रवासी सम्मान दिया गया. उन्होंने सम्मान प्राप्त करने के बाद राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल जी के चरण स्पर्श करते हुए जो सम्मान दिया वह उनकी परनानी को प्रणाम है. उनका भाषण सभी प्रवासियों को बहुत प्रोत्साहित करने वाला था. उन्होंने कहा था कि हमारे परनाना और परदादा बहुत पहले भारत से गए और उन्होंने बहुत परिश्रम और लगन से बहुत से कष्ट झेले और आगे बढ़ते रहे. इसी का परिणाम है कि आज मैं इस मुकाम तक आयी हूँ. उनका इशारा प्रधानमंत्री पद पर पहुँचने तक की यात्रा की तरफ था.
बहुत से केन्द्रीय मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों, सचिवों, अधिकारियों के अलावा विभिन्न देशों से आये प्रवासी भारतीय इस तीन दिन के सम्मलेन की शोभा बढ़ा रहे थे. यह एक कुम्भ मेले की तरह था. जहाँ आकर ऐसा लगा जैसे कि ज्ञान गंगा में दुबकी लगा ली हो और स्नान कर लिया हो. महात्मा गांधी जी की पोती इला गांधी, लक्ष्मी मित्तल सहित अनेक हस्तियाँ कार्यक्रम में भाग लेने आयी थीं.
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