अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस ओस्लो में
८ मार्च, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर ओस्लो में स्थित साम्फुन्स हाल में LO (नार्वे के श्रमिक संगठन) ने एक कार्यक्रम आयोजित किया जिसमें नार्वे की श्रमिक संगठनों में कार्य कर चुकी नेताओं का जिक्र करते हुए अनेक महिला नेताओं ने संबोधित किया, और पूरे विश्व में महिलाओं की दशा सुधरने और उनको शिक्षा और अन्य अधिकार दिलाने के लिए प्रयास पर बल दिया। आज भी दुनिया के बहुत से देशों में माँ-महिलाओं को अपने बच्चे को दूध पिलाने के लिए समय नहीं दिया जाता है। बच्चों को समुचित आहार नहीं मिलता।
सौ वर्ष पूर्व नार्वे में महिलाओं को वोट देने का अधिकार मिला था। अनेक नेताओं ने नार्वे में महिलाओं को वोट देने का अधिकार मिलने के लिए बधायी देते हुए कहा कि, अभी भी महिलाओं को अपने अधिकारों के लिए सजग रहना है। जो बहने/ महिलायें बेरोजगार हैं उन्हें शिक्षित किया दिया जाये, उन्हें काम की ट्रेंनिग दी जाए और रोजगार पर लगाया जाये। सभी को काम मिलेगा तभी उनके रहन-सहन का स्टार बढ़ेगा और आर्थिक स्वतंत्रता मिलेगी जो बहुत जरूरी है। महिला दिवस पर सभी को शुभकामनायें।
चित्र में संबोधित करने के बाद दो महिला नेताओं के साथ खींचा गया चित्र।
८ मार्च, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर ओस्लो में स्थित साम्फुन्स हाल में LO (नार्वे के श्रमिक संगठन) ने एक कार्यक्रम आयोजित किया जिसमें नार्वे की श्रमिक संगठनों में कार्य कर चुकी नेताओं का जिक्र करते हुए अनेक महिला नेताओं ने संबोधित किया, और पूरे विश्व में महिलाओं की दशा सुधरने और उनको शिक्षा और अन्य अधिकार दिलाने के लिए प्रयास पर बल दिया। आज भी दुनिया के बहुत से देशों में माँ-महिलाओं को अपने बच्चे को दूध पिलाने के लिए समय नहीं दिया जाता है। बच्चों को समुचित आहार नहीं मिलता।
सौ वर्ष पूर्व नार्वे में महिलाओं को वोट देने का अधिकार मिला था। अनेक नेताओं ने नार्वे में महिलाओं को वोट देने का अधिकार मिलने के लिए बधायी देते हुए कहा कि, अभी भी महिलाओं को अपने अधिकारों के लिए सजग रहना है। जो बहने/ महिलायें बेरोजगार हैं उन्हें शिक्षित किया दिया जाये, उन्हें काम की ट्रेंनिग दी जाए और रोजगार पर लगाया जाये। सभी को काम मिलेगा तभी उनके रहन-सहन का स्टार बढ़ेगा और आर्थिक स्वतंत्रता मिलेगी जो बहुत जरूरी है। महिला दिवस पर सभी को शुभकामनायें।
चित्र में संबोधित करने के बाद दो महिला नेताओं के साथ खींचा गया चित्र।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें