लखनऊ में स्पाइल (दर्पण) की रजत जयन्ती
चित्र में बायें से प्रो उदय प्रताप सिंह जी को सम्मान प्रतीक चिन्ह प्रदान करते स्पाइल के सम्पादक और साथ में डॉ सुधाकर अदीब
पत्रिका का लोकार्पण
चित्र में बाएं से प्रीति तिवारी, प्रो के फी सिंह, डा सुधाकर अदीब, श्री उदय प्रताप सिंह, सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक', डॉ दिनेश अवस्थी और भैया जी
नार्वे से प्रकाशित हिंदी और नार्वेजीय पत्रिका स्पाइल (दर्पण) की रजत जयन्ती भारत में भी मनाई जा रही है. उसी कड़ी में लखनऊ में कल 31 दिसंबर 2014 को शाम 4:00 लखनऊ में लोकार्पण सम्मन्न हुआ. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे भारत के जाने-माने साहित्य कार और उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के उपाध्यक्ष श्री उदय प्रताप सिंह, कहानीकार उपन्यासकार
डॉ सुधाकर अदीब, प्रो कैलाश देवी सिंह, और संपादक सुरेशचंद्र शुक्ल 'शरद आलोक'ने किया किया।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उदय प्रताप सिंह का सम्मान किया गया और अनेक विद्वानों को स्पाइल पत्रिका की तरफ से उनके योगदान के लिए प्रतीक चिन्ह दिया गया इनमें मुख्य थे डॉ सुधाकर अदीब, डॉ राजेन्द्र प्रसाद शुक्ल (नार्वे), कैलाश देवी सिंह, डॉ दिनेश चन्द्र अवस्थी, भैया जी प्रमुख ट जिन लोगों ने अपनी शुभकामनाएं दीं उनमें सुशील सीतापुरी, डॉ विनय शर्मा, रचना मिश्रा, सीमा अवस्थी और अन्य बुद्धिजीवी थे।
चित्र में बायें से प्रो उदय प्रताप सिंह जी को सम्मान प्रतीक चिन्ह प्रदान करते स्पाइल के सम्पादक और साथ में डॉ सुधाकर अदीब
पत्रिका का लोकार्पण
चित्र में बाएं से प्रीति तिवारी, प्रो के फी सिंह, डा सुधाकर अदीब, श्री उदय प्रताप सिंह, सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक', डॉ दिनेश अवस्थी और भैया जी
नार्वे से प्रकाशित हिंदी और नार्वेजीय पत्रिका स्पाइल (दर्पण) की रजत जयन्ती भारत में भी मनाई जा रही है. उसी कड़ी में लखनऊ में कल 31 दिसंबर 2014 को शाम 4:00 लखनऊ में लोकार्पण सम्मन्न हुआ. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे भारत के जाने-माने साहित्य कार और उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के उपाध्यक्ष श्री उदय प्रताप सिंह, कहानीकार उपन्यासकार
डॉ सुधाकर अदीब, प्रो कैलाश देवी सिंह, और संपादक सुरेशचंद्र शुक्ल 'शरद आलोक'ने किया किया।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उदय प्रताप सिंह का सम्मान किया गया और अनेक विद्वानों को स्पाइल पत्रिका की तरफ से उनके योगदान के लिए प्रतीक चिन्ह दिया गया इनमें मुख्य थे डॉ सुधाकर अदीब, डॉ राजेन्द्र प्रसाद शुक्ल (नार्वे), कैलाश देवी सिंह, डॉ दिनेश चन्द्र अवस्थी, भैया जी प्रमुख ट जिन लोगों ने अपनी शुभकामनाएं दीं उनमें सुशील सीतापुरी, डॉ विनय शर्मा, रचना मिश्रा, सीमा अवस्थी और अन्य बुद्धिजीवी थे।
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