मेरे नाटक 'अंतर्मन के रास्ते' का पहला शो 17 मई को - Suresh Chandra Shukla
Min tetater-stykkets første opptreden er på 17. mai i Lucknow i India.
मेरे नाटक 'अंतर्मन के रास्ते' का पहला शो 17 मई को शाम साढ़े पांच बजे उमानाथ रायबली हाल, कैसरबाग, लखनऊ, भारत में होगा। अंतर्मन के रास्ते एक सामयिक नाटक है जिसमें नार्वे में रहने वाली एक भारतीय युवती और उसके दाम्पत्य जीवन की रोचक कहानी हैं.
अंतर्मन के रास्ते का निर्देशन कर रहे हैं जाने माने फिल्मचार्य और निर्देशक आनंद शर्मा जिन्होंने पूना फिल्म इंस्टीट्यूट से निर्देशन की शिक्षा प्राप्त की है और उनके निर्देशन में प्रदर्शित नाटकों ने दर्शकों और मीडिया की बहुत प्रशसा पायी है.
नाटक और लघुफिल्म के क्षेत्र में आनंद शर्मा जी ने बहुत प्रशसा और यश पाया है उनके अनेक शिष्य बॉलीवुड में प्रतिष्ठा प्राप्त कर रहे हैं.
गत 35 सालों से विदेशों में रहने वाले नाटक के लेखक सुरेशचन्द्र शुक्ल कहते हैं कि लखनऊ की सामजिक संस्थाओं, विद्यालयों, विश्वविद्यालयों और संस्थानों ने जितने सम्मान और सम्मानपत्र दिए हैं यदि उतनी संख्या में लोग नाटक देखने आ जाएँ तो पूरा हाल केवल सम्मानदाताओं से ही भर जाएगा।
सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक' द्वारा रचित लघुफिल्म इंटरव्यू जिसे आनंद शर्मा जी ने निर्देशित किया है अकेले यू-ट्यूब पर आठ लाख से अधिक लोगों ने देखा है.
यदि आप लखनऊ में या आसपास रहते हैं तो यह नाटक देखने आएं और चाहें तो लेखक को उसकी प्रतिक्रिया भी दे सकते हैं.
अंततः: आप यदि फेसबुक या इंटरनेट से जुड़े हैं तो कृपया इस सूचना को अपने फेसबुक और ई-मेल के जरिये अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने/ भेजने की कृपा करें ताकि हिन्दी के नए विषयों के नाटकों का लाभ अधिक से अधिक लोग ले सकें। इस पहले शो में कोई टिकट नहीं है. समय से आकर अपनी सीट स्वयं सुरक्षित करें।
अंतर्मन के रास्ते (नाटक )
समय: 17 मई 2015 को शाम साढ़े पांच बजे (17:30)
स्थान: उमानाथ रायबली हाल, कैसरबाग, लखनऊ, उत्तरप्रदेश, भारत।
नाटक के लेखक : सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक'
निर्देशक: फिल्माचार्य आनन्द शर्मा
17 मई 2015 को पहला शो साढ़े पांच बजे (17:30) प्रवेश निशुल्क !
Min tetater-stykkets første opptreden er på 17. mai i Lucknow i India.
मेरे नाटक 'अंतर्मन के रास्ते' का पहला शो 17 मई को शाम साढ़े पांच बजे उमानाथ रायबली हाल, कैसरबाग, लखनऊ, भारत में होगा। अंतर्मन के रास्ते एक सामयिक नाटक है जिसमें नार्वे में रहने वाली एक भारतीय युवती और उसके दाम्पत्य जीवन की रोचक कहानी हैं.
अंतर्मन के रास्ते का निर्देशन कर रहे हैं जाने माने फिल्मचार्य और निर्देशक आनंद शर्मा जिन्होंने पूना फिल्म इंस्टीट्यूट से निर्देशन की शिक्षा प्राप्त की है और उनके निर्देशन में प्रदर्शित नाटकों ने दर्शकों और मीडिया की बहुत प्रशसा पायी है.
नाटक और लघुफिल्म के क्षेत्र में आनंद शर्मा जी ने बहुत प्रशसा और यश पाया है उनके अनेक शिष्य बॉलीवुड में प्रतिष्ठा प्राप्त कर रहे हैं.
गत 35 सालों से विदेशों में रहने वाले नाटक के लेखक सुरेशचन्द्र शुक्ल कहते हैं कि लखनऊ की सामजिक संस्थाओं, विद्यालयों, विश्वविद्यालयों और संस्थानों ने जितने सम्मान और सम्मानपत्र दिए हैं यदि उतनी संख्या में लोग नाटक देखने आ जाएँ तो पूरा हाल केवल सम्मानदाताओं से ही भर जाएगा।
सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक' द्वारा रचित लघुफिल्म इंटरव्यू जिसे आनंद शर्मा जी ने निर्देशित किया है अकेले यू-ट्यूब पर आठ लाख से अधिक लोगों ने देखा है.
यदि आप लखनऊ में या आसपास रहते हैं तो यह नाटक देखने आएं और चाहें तो लेखक को उसकी प्रतिक्रिया भी दे सकते हैं.
अंततः: आप यदि फेसबुक या इंटरनेट से जुड़े हैं तो कृपया इस सूचना को अपने फेसबुक और ई-मेल के जरिये अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने/ भेजने की कृपा करें ताकि हिन्दी के नए विषयों के नाटकों का लाभ अधिक से अधिक लोग ले सकें। इस पहले शो में कोई टिकट नहीं है. समय से आकर अपनी सीट स्वयं सुरक्षित करें।
अंतर्मन के रास्ते (नाटक )
समय: 17 मई 2015 को शाम साढ़े पांच बजे (17:30)
स्थान: उमानाथ रायबली हाल, कैसरबाग, लखनऊ, उत्तरप्रदेश, भारत।
नाटक के लेखक : सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक'
निर्देशक: फिल्माचार्य आनन्द शर्मा
17 मई 2015 को पहला शो साढ़े पांच बजे (17:30) प्रवेश निशुल्क !
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