पूरी दुनिया में बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की जयन्ती मना रही है
आंबेडकर की राह पर
आंबेडकर की राह पर
- सुरेशचंद्र शुक्ल, ओस्लो, नार्वे
अभावों में हैं जो पले
वह ज्यादा जानते हैं
क्या है भुखमरी और अकाल,
अपनों के द्वारा किया गया भेदभाव,
अमानवीय तरीकों से दी गयी प्रताड़ना।
संघर्ष में पले हैं हौंसले,
निर्भीकता से किये गए फैसले,
धारा के विरुद्ध चल दिए अकेले
भारतीय संविधान में किया योगदान,
सभी को मिले न्याय और शक्ति।
आंबेडकर जी यही है तुम्हारी सच्ची देशभक्ति!
आज पूरी दुनिया में है फैला है अन्याय,
धर्म और युद्ध के नाम पर फ़ैल रहा आतंक,
असमानता को थोप रहे हैं
औरतों और बच्चों को अन्याय की भट्टी में
खुलेआम झोंक रहे हैं.
काश हम अपने अंदर झाँकने लगें,
अन्याय का करें पुरजोर विरोध।
देश-विदेश में राजनीति में कूद जायें
न्याय से अन्याय को कुचलें
सभी को मिले समान और मानवतावादी शिक्षा।
सभी करे श्रम
न मांगनी पड़े भिक्षा!
तभी होगी आंबेडकर के विचारों का सम्मान
और मानवाधिकारों की रक्षा।
speil.nett@gmail.com
आज १४ अप्रैल २०१६ को पूरे विश्व में अनेक जगह और जहाँ-जहाँ भारतीय दूतावास और कांसुलेट हैं वहां-वहां महान भारत में जन्मे चिंतक, लेखक और समाज सुधारक बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर जी की १२५ वीं जयन्ती मनाई जा रही है. ओस्लो में भी मनाई जा रही है और पहले भी मनाई जाती रही है.
हम भारतीयों की यह रीति है कि किसी महान व्यक्ति के महान विचारों को अपनाने और उसे मानने के स्थान पर उसकी तस्वीर, मूर्ति पर ज्यादा देते हैं और कभी-कभी उसे भगवान तक बनाने के लिए आमादा रहते हैं.आज आप शपथ लें कि किसी कमजोर को नहीं सतायेंगे, बाल मजदूरी नहीं कराएंगे, दूसरों पर दया करेंगे आदि-आदि. धन्यवाद।
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