ओस्लो में विलियम शेक्सपीयर को याद किया गया
-सुरेशचंद्र शुक्ल 'शरद आलोक'
विलियम शेक्सपीयर (William Shakespeare ; जन्म 26 अप्रैल 1564 – मृत्यु 23 अप्रैल 1616). अंग्रेजी के कवि, नाटककार तथा अभिनेता थे। उनके नाटकों का लगभग सभी प्रमुख भाषाओं में अनुवाद हुआ है।
आज 23 अप्रैल विश्व पुस्तक दिवस है, हार्दिक बधाई। आज ही विश्व के महान कवि और नाटककार के निधन को 4oo चार सौ वर्ष हुए, उन्हें नमन. क्या आपको पता है कि शेक्सपियर के जन्मस्थान पर उनकी कोई मूर्ति नहीं है पर गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर जी की मूर्ति है जिन्होंने उन्हें विश्व कवी कहा था. मूर्ति लगवाएं का श्रेय डॉ लक्ष्मीमन सिंघवी जी को जाता है जिसके लिए हमारे बड़े नेता ज्योति बसू जी ने आर्थिक सहयोग किया था. - सुरेशचंद्र शुक्ल 'शरद आलोक'
शेक्सपियर में अत्यंत उच्च कोटि की सर्जनात्मक प्रतिभा थी और साथ ही उन्हें कला के नियमों का सहज ज्ञान भी था। प्रकृति से उन्हे मनो वरदान मिला था अत: उन्होंने जो कुछ छू दिया वह सोना हो गया। उनकी रचनाएँ न केवल अंग्रेजों के लिए गौरव की वस्तु हैं वरन् विश्ववाङ्मय की भी अमर विभूति हैं। शेक्सपियर की कल्पना जितनी प्रखर थी उतना ही गंभीर उनके जीवन का अनुभव भी था। अत: जहाँ एक ओर उनके नाटकों तथा उनकी कविताओं से आनंद की उपलब्धि होती है वहीं दूसरी ओर उनकी रचनाओं से हमको गंभीर जीवनदर्शन भी प्राप्त होता है। विश्वसाहित्य के इतिहास में शेक्सपियर के समकक्ष रखे जानेवाले विरले ही कवि मिलते हैं। (विकी पीडिया से)
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