मणिपुर जल रहा है संसद मौन:
सुरेश चन्द्र शुक्ल
न संसद बचेगी न संविधान,
यदि सरकार पर नहीं लगाई गई लगाम।
संवाद संसद से आकर सड़क पर आ गया।
राहुल गाँधी को संसद और सड़क तक रोकना,
आम जनता को विपक्ष को
इस तरह सरकार दे रही धमकी।
सरकार 303 सांसद के बाद
भी क्यों घबरा रही?
गौरिल्ला की तरह बिना चर्चा के
सरकार विधेयक कर रही पारित।
मणिपुर एवं महिलाओं की कर रही उपेक्षा?
कौन जानता है सरकार का गुप्त प्लान,
कारपोरेटर को क्यों बेच रही देश का सामान
गिरवी रखकर अपना ईमान?
मणिपुर जल रहा, संसद मौन है
भारतीय संसद में मणिपुर पर
विपक्षी नेताओं को नहीं बोलने दिया गया।
मणिपुर पर चर्चा पर भारतीय संसद में दो दिन से प्रतिबंध है।
जनता क्यों लाचार हैं,
सरकार को सत्ता का अहंकार है?
महिलाओं के खिलाफ
सरकार का रवैया साफ़ है:
1 बिलकिस बानो केस में
अपराधी पहले ही छूट गये?
2 महिला पहलवानों के दोषी
संसद में घूम रहे हैं।
3 मंत्रियों के बयान देश की महिलाओं
का अपमान कर रहे हैं।
4 प्रधानमंत्री झंडी हिलाने के
लिए नहीं है।
सरकार अपनी जिम्मेदारी निभायें,
वरना दूसरों को मणिपुर में
लोगों के दुःख दर्द सुनने,
मरहम लगाने दें।
देश की संसद में सत्ता क्यों
मौन है।
विदेशी संसद संज्ञान ले रहा है।
नागरिकों की सुरक्षा सरकार
की जिम्मेदारी है।
गलत बयानों से, फेक न्यूज से
सरकार नहीं चलती।
सरकार सक्षम नहीं हैं
नागरिकों की सुरक्षा एवं
ईज्जत बचाने में नाकाम है।
जनता को शर्म है
कि देश में नकारा सरकार है।
क्या दूसरे प्रदेशों में
सरकारी दंगे की तैयारी है?
क्योंकि प्रधान एवं मंत्री मणिपुर के साथ
दूसरे प्रदेश का नाम ले रहे हैं।
अपने बयानों से नफरत और
फेक समाचार फैला रहे हैं।
मणिपुर में इण्टरनेट खोला जाये।
राहत शिविरों में सहायता बढ़ाई जाये।
व्यवस्था दुरुस्त करें।
अब राष्ट्रपति और मुख्य न्यायाधीश से गोहार है।
मणिपुर में शान्ति हो,
या केन्द्र, राज्य सरकार जाये।
जल्द मणिपुर में शान्ति बहाल हो।
विदेश में भारतीय बहुत
परेशान हैं।
- सुरेशचन्द्र शुक्ल
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