शुक्रवार, 29 जून 2018

मारीशस में तीसरी बार विश्व हिंदी सम्मेलन 18 से 20 अगस्त 2018 के आयोजन पर अग्रिम बधाई -सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक'

 मारीशस में तीसरी बार विश्व हिंदी सम्मेलन 18 से 20 अगस्त 2018 के आयोजन पर अग्रिम बधाई -सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक'

मारीशस में पहली बार दूसरा विश्व हिंदी सम्मलेन हुआ था, और दूसरी बार इसी भूमि पर चौथा विश्व हिंदी सम्मलेन 28 अक्टूबर से 30 अक्टूबर 1993 को (मारीशस में) सम्पन्न हुआ था. और अब तीसरी बार 11वां विश्व हिंदी सम्मलेन हने जा रहा है.

मैं चौथे विश्व हिंदी सम्मेलन में सम्मिलित हुआ था. बहुत सी यादे हैं. मारीशवासियों और कार्यकर्ताओं का प्यार मिला। विभिन्न देशों से आये हिंदी हिंदी सेवियों से मिला और उनके साथ विचारों का आदान-प्रदान किया और कविसम्मेलन में भाग लिया था.
डा सुधा नवल, विजय प्रकाश बेरी, नरेंद्र मोहन, डा विद्या निवास मिश्र, दाऊ जी गुप्ता, डा सूर्य प्रसाद दीक्षित, श्री जगदीश गोबर्धन, प्रो वर्मा, प्रो रामभजन सीताराम, विवेकानंद, प्रह्लाद रामशरण, कामता कमलेश, गाटजलाफ,
तोमियो मीजोकामी आदि.
 चौथे विश्व हिंदी सम्मेलन 1993 के कुछ चित्र 

 



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