सावधान? होशियार! ब्रिटेन की महारानी कुछ भी कह और लिख सकती हैं - सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक'
अभी कुछ दिनों पूर्व बी बी सी ने एक लेख छापा था जो वक्तव्य के रूप में यदि दुनिया में विश्वयुद्ध होता तो सार्वजनिक करना था.
विश्वयुद्ध हुआ नहीं और ब्रिटेन और राज परिवार द्वारा उठाये कुछ क़दमों अथवा स्थिति का वर्णन किया गया है. क्या यह यदि किसी ब्रिटेन के नागरिक ने लिखा होता तो क्या प्रतिक्रिया होती। क्या कोई ऐसी प्रतिक्रिया महारानी जी के इस लेख के प्रकाशन के बाद ब्रिटिश अखबारों ने निंदा के रूप में उठायी है?
युद्ध हुआ नहीं और उनके वक्तव्य को तीसरे विश्व युद्ध के वक्तव्य के रूप में स्थान भी मिल गया कितना सच-कितना झूठ. शक्तिशाली लोग कुछ भी लिख सकते हैं क्या उन्हें कुछ नहीं होता? विश्वसनीयता तो घटती है?
अभी कुछ दिनों पूर्व बी बी सी ने एक लेख छापा था जो वक्तव्य के रूप में यदि दुनिया में विश्वयुद्ध होता तो सार्वजनिक करना था.
विश्वयुद्ध हुआ नहीं और ब्रिटेन और राज परिवार द्वारा उठाये कुछ क़दमों अथवा स्थिति का वर्णन किया गया है. क्या यह यदि किसी ब्रिटेन के नागरिक ने लिखा होता तो क्या प्रतिक्रिया होती। क्या कोई ऐसी प्रतिक्रिया महारानी जी के इस लेख के प्रकाशन के बाद ब्रिटिश अखबारों ने निंदा के रूप में उठायी है?
युद्ध हुआ नहीं और उनके वक्तव्य को तीसरे विश्व युद्ध के वक्तव्य के रूप में स्थान भी मिल गया कितना सच-कितना झूठ. शक्तिशाली लोग कुछ भी लिख सकते हैं क्या उन्हें कुछ नहीं होता? विश्वसनीयता तो घटती है?
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