नार्वे में उपन्यास सम्राट प्रेमचंद का जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया।
कल ३१ जुलाई २००९ को ओस्लो में भारतीय -नार्वेजीय सूचना और सांस्कृतिक फॉरम की ओर से मुंशी प्रेमचंद जी का जन्म दिन धूमधाम से मनाया गया। आपका जन्म ३१ जुलाई १८८० और मृत्यु ८ अक्तूबर १९३६ को हुई थी। प्रेमचंद ने भारतीय साहित्य को नया आयाम दिया। प्रेमचंद ने हिन्दी को बहुमूल्य उपन्यास और कहानियाँ दी हैं। सुरेशचन्द्र शुक्ल शरद आलोक ने प्रेमचंद के साहित्य पर प्रकाश डालते हुए कहा किआज भी उनका साहित्य अनेक सन्दर्भों में प्रासंगिक है।
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