सोमवार, 13 जुलाई 2009
लखनऊ में पुस्तकों का लोकार्पण-शरद आलोक
चित्र में बाएँ से डा रामाश्रय सविता, लखनऊ विश्विद्यालय के प्रो हरी शंकर मिश्र, गोपाल चतुर्वेदी और डा विद्या विन्दु सिंह पुस्तकों का लोकार्पण करते हुए
'छंद विधान ', 'अमूर्त' और 'चंद्र दोहावली' का लोकार्पण सम्पन्न -सुरेशचंद्र शुक्ल 'शरद आलोक'
१२ जुलाई को प्रेसक्लब लखनऊ, भारत में रामदेव लाल विभोर की छंद काव्यशास्त्र पर पुस्तक 'छंद विधान', विप्लव वर्मा की नई कविता पर पुस्तक 'अमूर्त' और चंद्र पाल सिंह की चौथी पुस्तक 'चंद्र दोहावली' का लोकार्पण प्रसिद्ध व्यंगकार गोपाल चतुर्वेदी ने किया। 'छंद विधान' की समीक्षा प्रस्तुत की प्रो हरी शंकर मिश्र ने, 'अमूर्त' की समीक्षा प्रस्तुत की डॉ विद्या विन्दु सिंह ने और 'चंद्र दोहावली' की समीक्षा प्रस्तुत की विनोद चंद्र पाण्डेय ने। कार्यक्रम का शुभारम्भ सरस्वती वंदना से किया शिव भजन सिंह कमलेश ने।
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