भारत की ७० वीं स्वाधीनता दिवस पर
हार्दिक शुभकामनायें। - सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक'
भारत की ७० वीं स्वाधीनता दिवस पर आप सभी को और भारत के मित्रों को हार्दिक शुभकामनायें। Gratulerer med Indias 70. nasjonaldag, uavhengighetsdagen. Jeg deler et dikt på hindi. Ha en fin dag.
डेढ़ लाख मर जाते अपने सड़कों की दुर्घटना में, आपस में लड़ मिट जाते हैं चक्रव्यूह की रचना में.
अपने वतन से दूर रहकर भी अब अपना फर्ज निभाना है, तन-मन धन से योगदान दे, माटी को स्वर्ण बनाना है.
जहाँ उपग्रह बनते हैं, मंगलगृह जाकर एक साल हुए, अपने जीवन को होम करके देश का मान बढ़ाना है.
अपने वतन से दूर रहकर भी अब अपना फर्ज निभाना है, तन-मन धन से योगदान दे, माटी को स्वर्ण बनाना है.
जहाँ उपग्रह बनते हैं, मंगलगृह जाकर एक साल हुए, अपने जीवन को होम करके देश का मान बढ़ाना है.
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