रविवार, 7 अगस्त 2016

Gratulerer med vennskaps dagen.मैत्री दिवस पर सभी मित्रों को बधाई। - Suresh Chandra Shukla

Gratulerer med vennskaps dagen.मैत्री दिवस पर सभी मित्रों को बधाई।
Jeg deler et dikt med dere på hindi.



दोस्ती
मुबारक हो दोस्ती तुमको,
मुबारक मंजिलें तुमको। 
जो सड़के बनाते हैं 
सदा उनपर नहीं चलते हैं 

मुबारक हो आशियाँ तुमको,
मुबारक हो नया घर तुमको।
जो (मजदूर) इमारत बनाते है
हमेशा उनमें नहीं रहते।


मुबारक हो ये चाय काफी,
बाल श्रमिक-बयरा (परोसने वाला) हूँ.
जिसे तुमको पिलाता हूँ 
उसे बमुश्किल से  पीता हूँ.

बीमारी में भी मुझको माँ,
घर अकेले छोड़ जाती है.  
संतान हूँ  आया का मैं,   
वह दूसरे बच्चे खिलाती है.  

रचयिता -सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक' (सड़क पर विचरते देवदूत से.) चित्र नार्वेजीय लेखक मित्रों के साथ.

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