(एक सामयिक कविता राजनीति पर सुरेशचन्द्र शुक्ल A poem in Hindi by Suresh Chandra Shukla)
"सम्भावना और अवसरों को नकार, आदर्शो की राजनीति बदल आकार,
मौसमों का अपना मोह बरकरार, न जाने देश में किसकी बने सरकार.
चौखटों का अपना एक मुकाम है. अब न कहो कि जुगनू को जुकाम है.
क्या सत्ता आज जमीन जायजाद है? फ़ूट डालने पर कर रहा कोई गुमान है,
किसी का राम नाम सत्य, किसी का राम है. अब राजनीति भी स्वार्थ की गुलाम है?"
- शरद आलोक, ओस्लो, 28.07.17
श्री नितीश कुमार जी मुख्यमंत्री और सुशील मोदी जी उपमुख्यमंत्री, बहुत-बहुत बधाई।
Et dikt av meg på hindi om politikk i India. Ny valgt delstatasministere i Bihar i Inida: Nitish Kumar og Sushil Modi.
"सम्भावना और अवसरों को नकार, आदर्शो की राजनीति बदल आकार,
मौसमों का अपना मोह बरकरार, न जाने देश में किसकी बने सरकार.
चौखटों का अपना एक मुकाम है. अब न कहो कि जुगनू को जुकाम है.
क्या सत्ता आज जमीन जायजाद है? फ़ूट डालने पर कर रहा कोई गुमान है,
किसी का राम नाम सत्य, किसी का राम है. अब राजनीति भी स्वार्थ की गुलाम है?"
- शरद आलोक, ओस्लो, 28.07.17
श्री नितीश कुमार जी मुख्यमंत्री और सुशील मोदी जी उपमुख्यमंत्री, बहुत-बहुत बधाई।
Et dikt av meg på hindi om politikk i India. Ny valgt delstatasministere i Bihar i Inida: Nitish Kumar og Sushil Modi.
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