श्री राजनाथ सिंह को जन्मदिन पर हार्दिक बधाई। 17 वर्ष पहले मेरी पहली मुलाक़ात उनके निवास पर हुई थी, जब वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे . -सुरेशचंद्र शुक्ल 'शरद आलोक'
माननीय श्री राजनाथ सिंह भारत के एक प्रमुख राजनीतिज्ञ और वर्तमान में भारत के गृहमन्त्री तथा वर्तमान सत्ता दल भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष हैं। माननीय श्री राजनाथ सिंह का जन्म 10 जुलाई, 1951 ई. को तत्कालीन वाराणसी ज़िले (सम्प्रति चन्दौली) के एक छोटे-से गाँव भाभोरा के सम्मानित रैकवार क्षत्रिय वंश में हुआ था। बहराइच जनपद के बौण्डी (रामनगर) राज्य के रैकवार नरेश राजा सालदेव के वंश में उत्पन्न हुए माननीय राजनाथ सिंह के पूर्वजों ने कालान्तर में काशी राज्य के भाभोरा गाँव को ही अपनी कर्मस्थली के रूप में विकसित कर लिया। पूज्य पिताश्री बाबू रामबदन सिंह के अनुशासन और माता श्रीमती गुजराती देवी के वात्सल्यांचल में पले-बढ़े माननीय श्री राजनाथ सिंह का जीवन असिधाराव्रत का परिचायक रहा है। एक सम्मानित कृषक परिवार में जन्में माननीय श्री राजनाथ सिंह गोरखपुर विश्वविद्यालय से प्रथम श्रेणी में भौतिकशास्त्र में आचार्य की उपाधि प्राप्त करने के बाद मिर्ज़ापुर के कन्हैयालाल बसन्तलाल स्नातकोत्तर महाविद्यालय में भौतिकशास्त्र के व्याख्यता पद पर कार्य करने लगे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से सन् 1964 ई. में मात्र 13 वर्ष की आयु से ही जुड़कर माननीय श्री राजनाथ सिंह ने अपनी राष्ट्रवादी चिन्तन-दृष्टि को अधिकाधिक प्रगल्भता प्रदान किया। 1974 ई. में माथे पर एक चमकदार लाल तिलक के साथ उन्हें भारतीय जनसंघ का सचिव नियुक्त किया गया। भारतीय जनसंघ के निष्ठावान सिपाही होने के नाते वे शीघ्र ही उत्तर प्रदेश की प्रादेशिक कार्यकारिणी में अनेक महत्त्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन करने लगे।
माननीय श्री राजनाथ सिंह ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत उत्तर प्रदेश से की। वे 2000 ई. से 2002 ई. तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमन्त्री तथा राष्ट्रीय जनतान्त्रिक गठबन्धन के शासन में कृषिमन्त्री रहे। माननीय श्री राजनाथ सिंह दो बार भारती जनता पार्टी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इनके पूर्व दो बार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहने का गौरव केवल पूर्व प्रधानमन्त्री पण्डित अटलबिहारी वाजपेयी और पूर्व उप प्रधानमन्त्री श्री लालकृष्ण आडवाणी को ही मिला है। अपने अध्यक्षीय कार्यकाल में माननीय श्री राजनाथ सिंह ने ही अनेक अन्तर्विरोधों के बावजूद माननीय श्री नरेन्द्र दामोदरदास मोदी को प्रधानमन्त्री पद का उम्मीदवार बनाकर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया, जिसका सुखद परिणाम आज सम्पूर्ण भारतवर्ष को प्राप्त हो रहा है।
लोकप्रिय प्राध्यापक, कुशल वक्ता, भारत माता के प्रतिबद्ध सेनानी, साहित्य-पारावार-पारीण, कृषि एवं कृषक-संस्कृति के उन्नायक, नीति-निष्णात नेता, उत्तर प्रदेश में नक़ल अध्यादेश पारित करनेवाले प्राक्तन शिक्षामन्त्री, उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनानेवाले प्राक्तन मुख्यमन्त्री, सम्प्रति भारत सरकार के लोकप्रिय गृहमन्त्री, भगवान् श्रीराम के विश्वविश्रुत इक्ष्वाकु वंश के प्रजावत्सल शासक महाराज रैक्य के वंशधर माननीय राजनाथ सिंह जी को जन्मदिवस के शुभावसर पर सार्थक, यशस्वी एवं सुदीर्घजीवी जीवन की अनन्त शुभकामनाएँ।
सादर...
(डॉ. जितेन्द्रकुमार सिंह 'संजय' द्वारा लिखा )
माननीय श्री राजनाथ सिंह भारत के एक प्रमुख राजनीतिज्ञ और वर्तमान में भारत के गृहमन्त्री तथा वर्तमान सत्ता दल भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष हैं। माननीय श्री राजनाथ सिंह का जन्म 10 जुलाई, 1951 ई. को तत्कालीन वाराणसी ज़िले (सम्प्रति चन्दौली) के एक छोटे-से गाँव भाभोरा के सम्मानित रैकवार क्षत्रिय वंश में हुआ था। बहराइच जनपद के बौण्डी (रामनगर) राज्य के रैकवार नरेश राजा सालदेव के वंश में उत्पन्न हुए माननीय राजनाथ सिंह के पूर्वजों ने कालान्तर में काशी राज्य के भाभोरा गाँव को ही अपनी कर्मस्थली के रूप में विकसित कर लिया। पूज्य पिताश्री बाबू रामबदन सिंह के अनुशासन और माता श्रीमती गुजराती देवी के वात्सल्यांचल में पले-बढ़े माननीय श्री राजनाथ सिंह का जीवन असिधाराव्रत का परिचायक रहा है। एक सम्मानित कृषक परिवार में जन्में माननीय श्री राजनाथ सिंह गोरखपुर विश्वविद्यालय से प्रथम श्रेणी में भौतिकशास्त्र में आचार्य की उपाधि प्राप्त करने के बाद मिर्ज़ापुर के कन्हैयालाल बसन्तलाल स्नातकोत्तर महाविद्यालय में भौतिकशास्त्र के व्याख्यता पद पर कार्य करने लगे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से सन् 1964 ई. में मात्र 13 वर्ष की आयु से ही जुड़कर माननीय श्री राजनाथ सिंह ने अपनी राष्ट्रवादी चिन्तन-दृष्टि को अधिकाधिक प्रगल्भता प्रदान किया। 1974 ई. में माथे पर एक चमकदार लाल तिलक के साथ उन्हें भारतीय जनसंघ का सचिव नियुक्त किया गया। भारतीय जनसंघ के निष्ठावान सिपाही होने के नाते वे शीघ्र ही उत्तर प्रदेश की प्रादेशिक कार्यकारिणी में अनेक महत्त्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन करने लगे।
माननीय श्री राजनाथ सिंह ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत उत्तर प्रदेश से की। वे 2000 ई. से 2002 ई. तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमन्त्री तथा राष्ट्रीय जनतान्त्रिक गठबन्धन के शासन में कृषिमन्त्री रहे। माननीय श्री राजनाथ सिंह दो बार भारती जनता पार्टी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इनके पूर्व दो बार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहने का गौरव केवल पूर्व प्रधानमन्त्री पण्डित अटलबिहारी वाजपेयी और पूर्व उप प्रधानमन्त्री श्री लालकृष्ण आडवाणी को ही मिला है। अपने अध्यक्षीय कार्यकाल में माननीय श्री राजनाथ सिंह ने ही अनेक अन्तर्विरोधों के बावजूद माननीय श्री नरेन्द्र दामोदरदास मोदी को प्रधानमन्त्री पद का उम्मीदवार बनाकर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया, जिसका सुखद परिणाम आज सम्पूर्ण भारतवर्ष को प्राप्त हो रहा है।
लोकप्रिय प्राध्यापक, कुशल वक्ता, भारत माता के प्रतिबद्ध सेनानी, साहित्य-पारावार-पारीण, कृषि एवं कृषक-संस्कृति के उन्नायक, नीति-निष्णात नेता, उत्तर प्रदेश में नक़ल अध्यादेश पारित करनेवाले प्राक्तन शिक्षामन्त्री, उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनानेवाले प्राक्तन मुख्यमन्त्री, सम्प्रति भारत सरकार के लोकप्रिय गृहमन्त्री, भगवान् श्रीराम के विश्वविश्रुत इक्ष्वाकु वंश के प्रजावत्सल शासक महाराज रैक्य के वंशधर माननीय राजनाथ सिंह जी को जन्मदिवस के शुभावसर पर सार्थक, यशस्वी एवं सुदीर्घजीवी जीवन की अनन्त शुभकामनाएँ।
सादर...
(डॉ. जितेन्द्रकुमार सिंह 'संजय' द्वारा लिखा )
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें