डायरी, 01.07 .18, Oslo ओस्लो, नार्वे
आज ओस्लो मेंअलनाब्रू स्थित गुरूद्वारे में गए वहां शीश झुकाया और उसके बाद क्रिन्शो स्टूडेंट टाउन होते हुए सांगसवान लेक गए जहाँ मुझे पुरानी परिचित आने मिली। मौसम बहुत सुहावना था, सूरज पूरी जोरशोर से चमक रहा था. बहुत से लोग अपने मित्रों, परिवारों के साथ धूप खा रहे थे.
उसके बाद होलमेनकोलेन स्की जम्प तक गया जहाँ से जाड़े में बहुत ऊंचाई से सकी करते हुए बर्फ में कूदते है यह जाड़े का खेल ओलम्पिक में भी होता है.
वापस लौटते हुए मेरी गाड़ी खराब हो गयी. मैंने अपने बड़े पुत्र अनुराग को फोन किया कि कार के क्लच ने काम करना बंद कर दिया है. वह अपनी कार से आया और NAF को फोन किया और वह आये और मेरी गाड़ी को उठाकर मेरे वर्कशाप तक ले गए.
वहां से बेटे अनुराग के साथ घर आये. मेरे साथ लखनऊ के श्री सूर्य प्रकाश सक्सेना जी भी थे.
शाम को विश्वकप फ़ुटबाल मैच में देखा क्रूआसिया और डेनमार्क के बीच था बहुत रोमांचक था. पैनाल्टी में क्रूआशिया जीत गया.
आज अपने भारतीय मित्रों शिवराम पांडेय और विनय कुमार शर्मा को जन्मदिन की बधाई दी.
आज ओस्लो मेंअलनाब्रू स्थित गुरूद्वारे में गए वहां शीश झुकाया और उसके बाद क्रिन्शो स्टूडेंट टाउन होते हुए सांगसवान लेक गए जहाँ मुझे पुरानी परिचित आने मिली। मौसम बहुत सुहावना था, सूरज पूरी जोरशोर से चमक रहा था. बहुत से लोग अपने मित्रों, परिवारों के साथ धूप खा रहे थे.
उसके बाद होलमेनकोलेन स्की जम्प तक गया जहाँ से जाड़े में बहुत ऊंचाई से सकी करते हुए बर्फ में कूदते है यह जाड़े का खेल ओलम्पिक में भी होता है.
वापस लौटते हुए मेरी गाड़ी खराब हो गयी. मैंने अपने बड़े पुत्र अनुराग को फोन किया कि कार के क्लच ने काम करना बंद कर दिया है. वह अपनी कार से आया और NAF को फोन किया और वह आये और मेरी गाड़ी को उठाकर मेरे वर्कशाप तक ले गए.
वहां से बेटे अनुराग के साथ घर आये. मेरे साथ लखनऊ के श्री सूर्य प्रकाश सक्सेना जी भी थे.
शाम को विश्वकप फ़ुटबाल मैच में देखा क्रूआसिया और डेनमार्क के बीच था बहुत रोमांचक था. पैनाल्टी में क्रूआशिया जीत गया.
आज अपने भारतीय मित्रों शिवराम पांडेय और विनय कुमार शर्मा को जन्मदिन की बधाई दी.
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