सूर्य डूबा नहीं अब यहाँ,
उत्तरी छोर है पश्चिम का.
नारों से मिटती भूख नहीं,
प्रश्न दिशाओं के भ्रम का.
(प्रिय पाठकों जून और जुलाई में उत्तरी ध्रुवीय रेखा पर स्थित स्थानों पर
सूरज नहीं डूबता। नार्वे, कनाडा, स्वीडेन और अन्य देश पश्चिम देश कहलाते हैं
अतः आजकल यहाँ दिन रात उजाला रहता है.)
नारों से जग इंसान अगर,
मुट्ठी भर हाथ उठाता है,
गमले बोया बीज कभी
पेड़ बड़ा बन जाता है.
इसलिए मुसाफिर जागो तुम,
मिलकर जो हाथ उठाओगे।
जन-जन ताकत पहचानो तुम,
वरना बैल से हाँके जाओगे।
हेरफेर से नहीं बदलता,
इतिहास हमारी गाथा है.
नव इतिहास रचेगा वह,
(जो) इतिहास नहीं दोहराता है.
- सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक',
ओस्लो , 7 जुलाई 2018
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