बैलेट पेपर से हो चुनाव, यह जनता की मांग है?-- शरद आलोक POEM BY SURESH CHANDRA SHUKLA
बैलेट पेपर से दोबारा लोकसभा चुनाव कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका अमर उजाला-18.06.19 सुप्रीम कोर्ट में वकील एम एल शर्मा ने नई याचिका दायर करते हुए हाल ही में
हुए लोकसभा चुनाव रद्द करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि
रिप्रेजेंटेशन ऑफ पीपल्स (आरपी) एक्ट के तहत चुनाव केवल बैलेट पेपर से ही
हो सकते हैं। इसलिए उन्होंने मांग की है कि इन चुनाव परिणामों को खारिज
किया जाए और बैलेट पेपर के जरिए नए चुनाव कराए जाएं। शर्मा ने याचिका पर
तत्काल सुनवाई की मांग की है।
बैलेट पेपर से हो चुनाव, यह जनता की मांग है? - शरद आलोक
लोकतंत्र में जनता है,
जनता का शासन है,
मनमानी चलेगी नहीं,
जहाँ भी कुशासन है?
बैलेट पेपर से हो चुनाव,
यह जनता की मांग है?
हटो -उठो भागो मूर्ख,
यह लोकतंत्र की जंग है?
जनता यदि भोली है,
बनाओ नहीं मूर्ख उसे,
शक्ति के घमंड में चूर,
शासन का नशा दूर.
अरबों में जो खेलते हैं,
कौड़ियों के भाव बिक रहे?
एम एल ए और सभासद,
अपने में मिला रहे?
जब भ्र्ष्टाचार होगा दूर,
मिलावट होगी दूर,
आज घेरे से बाहर हो,
मत अंदर के लिए मजबूर।
लोकतंत्र की होली
लोकतंत्र की दीवाली है.
बैलेट से चुनाव हो
जनता यह मतवाली है.
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