सबसे पहले केंद्र सरकार को तीन वर्ष पूरे करने पर हार्दिक बधाई।
यदि विदेश में रहने वाले भारतीय मूल का
खाली समय शैतान का घर होता है. अपने बहुमूल्य समय का स्वयं और दूसरों के लिए समर्पित कर दीजिये हर युवक और युवती घर की चारदीवारी और बेरोजगारी से निकल कर अपने घर, मोहल्ले समाज ही नहीं पूरे देश को विकास के पथ पर ले जाइये।
स्त्री हो या पुरुष सभी को कंधे से कन्धा मिलाकर घर बाहर दोनों जगह देश के तरक्की में योगदान ईमानदारी से देना होगा।
यदि विदेश में रहने वाले भारतीय मूल का
हर आदमी अपने कंधे पर एक गाँव की तरक्की का सपना देखें और जिम्मेदारी लें.
कि वह उस गाँव में साक्षरता, सफाई, भाईचारा अपनी मदद से और सामूहिक श्रमदान के द्वारा मैनेजमेंट पर्यावरण बच्चों के लिए भोजन और स्वक्छ पानी की व्यवस्था में योगदान दें. यह सब संभव है.
साफ़ पानी से प्लास्टिक की बोतल की जरूरत नहीं होगी। कपडे के थैले और बेंत, ठूंठ और फूस की डलिया, झाबे और गमले बनाये जा सकते हैं. पानी को जमा करने के प्रबंध में सीमेंट के बिना भी संभव है. सहकारिता भाव से हर एक व्यक्ति बच्चा हो या बड़ा सभी की जिम्मेदारी तय हो जायेगी।
हमारा भारत बहुत ही जल्दी हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है उसमें सभी अपना योगदान दीजिये। धन्यवाद और आभार। आलोचना और राय की जगह यह बताइये कि आप किस गाँव में कार्य करना चाहते हैं. उत्तर प्रदेश सरकार के सम्बंधित विभाग में जानकारी दीजिये और मिलजुलकर कार्य आरम्भ कर दीजिये। पूरे देश में आपकी जरूरत है.
हम सभी को नार्वे में सफाई, धन जमा करना, भाईचारा सिखाना, स्त्री पुरुष की समान भागीदारी और केवल घर में नहीं घर के बाहर ज्यादा जरूरत है. दकियानूसी संकीर्ण विचारधारा को कोई अहमियत नहीं देनी चाहिये। कुरूतियों के लिए कोई स्थान नहीं होना चाहिये।
यदि ऐसा हुआ तो अभी मोदी जी ने दो पुलों का उद्घाटन किया है आसाम और जम्मू और कश्मीर में जब सभी जुटेंगे तो अनेक सड़कें श्रमदान से तैयार हो जायेंगी।
Norske modell er best for India og deres kontinent Jeg
har anbefalt noen forslag i India etter norske modell for eks. dugnad,
deltagelse likestilling og arbaid til alle.Gratuelerer med Indias
regjerings tre år dagen.
यदि ऐसा हुआ तो अभी मोदी जी ने दो पुलों का उद्घाटन किया है आसाम और जम्मू और कश्मीर में जब सभी जुटेंगे तो अनेक सड़कें श्रमदान से तैयार हो जायेंगी।
स्त्री हो या पुरुष सभी को कंधे से कन्धा मिलाकर घर बाहर दोनों जगह देश के तरक्की में योगदान ईमानदारी से देना होगा।
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