भक्त और अंध भक्त साहित्य में अंतर है.
- सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक'
साहित्य और शोध भावना नहीं देखता तथ्य के आधार पर लिखा जाता है वही चिरचीवी होता है, भक्त और अंध भक्त साहित्य में अंतर है. अंधभक्त साहित्य कभी भी साहित्य और इतिहास का हिस्सा नहीं हो सकता। आज की बातों पर आने वाले दिनों में उपहास का श्रोत बनेगा।
सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक' , ओस्लो, 25.02.1 9
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें