पुरानी यादें जनवरी २०१५ की, डॉ कमल किशोर गोयनका और स्व डॉ कृष्ण दत्त पालीवाल के साथ
डॉ कृष्ण दत्त पालीवाल जिनकी ४ मार्च को पूण्य तिथि है- श्रद्धांजलि।
पुरानी यादें: जनवरी 2015 में पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में पालीवाल जी मिले थे. उनके साथ अनेकों मंच साझा किये और वक्ता रहे. वह एक अच्छे विद्वान और वक्ता थे उनकी मृत्यु ४ मार्च को हुआ था.
अनेक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय साहित्यिक कार्यक्रमों में हमने साथ-साथ भाग लिया था. दिल्ली में जब हम मिले तो महान आलोचक कमल किशोर गोयनका जी भी हमारे साथ थे यह चित्र भी इसी कार्यक्रम का है. दिल्ली में जनवरी 2015 लिए चित्र में बाएं से हिन्दी के एक विद्वान, डॉ कमल किशोर गोयनका जी, स्वयं मैं और डॉ कृष्ण दत्त पालीवाल जी.
डॉ कृष्ण दत्त पालीवाल जिनकी ४ मार्च को पूण्य तिथि है- श्रद्धांजलि।
पुरानी यादें: जनवरी 2015 में पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में पालीवाल जी मिले थे. उनके साथ अनेकों मंच साझा किये और वक्ता रहे. वह एक अच्छे विद्वान और वक्ता थे उनकी मृत्यु ४ मार्च को हुआ था.
अनेक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय साहित्यिक कार्यक्रमों में हमने साथ-साथ भाग लिया था. दिल्ली में जब हम मिले तो महान आलोचक कमल किशोर गोयनका जी भी हमारे साथ थे यह चित्र भी इसी कार्यक्रम का है. दिल्ली में जनवरी 2015 लिए चित्र में बाएं से हिन्दी के एक विद्वान, डॉ कमल किशोर गोयनका जी, स्वयं मैं और डॉ कृष्ण दत्त पालीवाल जी.
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