शनिवार, 2 दिसंबर 2023

नार्वे से भारतीय संविधान दिवस की संगोष्ठी -Suresh Chandra Shukla

 नार्वे से भारतीय संविधान दिवस की संगोष्ठी और कवि सम्मेलन

ओस्लो, नार्वे से प्रकाशित द्विभाषी- द्वैमासिक पत्रिका की ओर से भारतीय संविधान दिवस पर अन्तर्राष्ट्रीय काव्य गोष्ठी सम्पन्न हुई।
स्पाइल-दर्पण के सम्पादक सुरेशचन्द्र शुक्ल ‘शरद आलोक’ ने स्वागत करते हुए बताया कि स्पाइल पत्रिका गत 35 वर्षों से ओस्लो, नार्वे से निरन्तर प्रकाशित हो रही है जिसका विदेशों में हिन्दी के प्रचार प्रसार में बहुत योगदान दिया है।
संविधान दिवस पर बधाई देते हुए कहा कि लोकतन्त्र को बनाये रखने के लिए हमको जागरूक होकर हर घंटे प्रयास एवं कार्य करते रहना होगा।
ऑथर्स गिल्ड आफ इंडिया के महामंत्री डॉ. शिव शंकर अवस्थी जी ने अपने सारगर्भित व्याख्यान में भारतीय संविधान को उत्कृष्ट बताया।
नागरी संगम एवं सौरभ के सम्पादक डॉ. हरी सिंह पाल ने विस्तार से संविधान की विशेषतायें बताईं।
अन्तर्राष्ट्रीय काव्य गोष्ठी
गोष्ठी का शुभारम्भ साहित्य त्रिवेणी के सम्पादक डॉ. कुँवर वीर सिंह मार्तण्ड ने स्वरचित वाणी वंदना से किया।
भारत से पूर्व मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट ओम् सपरा एवं शिक्षाविद डॉ. हरनेक सिंह गिल, हाईकोर्ट में अधिवक्ता शशि पराशर दिल्ली से, डॉ. सुषमा सौम्या एवं डॉ. अपर्णा गुप्ता लखनऊ, समालोचक डॉ. रिशि कुमार मणि त्रिपाठी कबीर नगर, समालोचक एवं शिक्षक डॉ. अमरजीत राम प्रयागराज, डॉ. कुँअर वीर सिंह मार्तण्ड कोलकाता ने सस्वर कवितायें सुनाई।
नार्वे से सुरेशचन्द्र शुक्ल एवं गुरु शर्मा और अमेरिका से डॉ. राम बाबू गौतम ने संविधान दिवस पर बधाई दी और स्वरचित कवितायें सुनाईं जिसे पसन्द किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थिति रहीं ममता कुमारी, डॉ. के पद्मिनी, बबिता गर्ग एवं आशा राठौर दिल्ली।

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