शुक्रवार, 30 अगस्त 2019

महात्मा गाँधी जी के प्रति मेरे ये विचार My views about Mahatma Gandhi - - सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक', ओस्लो Suresh Chandra Shukla


"हम और आप नहीं रहेंगे तब भी महात्मा गाँधी जी के वाक्य अमर रहेंगे। केवल उनके प्रति घृणा रखने वाले और विरोध करने वाले इतिहास में केवल संकुचित विचारधारा तक सीमित रहेंगे। काश मुझे भविष्य में इसी बात के लिए याद किया जाये कि महात्मा गाँधी जी के प्रति मेरे ये विचार हैं. भारत में सभी को साक्षर करके ही गरीबी दूर की जा सकती है".
 - सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक', 
ओस्लो, 30.08.19

गुरुवार, 29 अगस्त 2019

व्यक्ति और संगठन देश के बड़े नेता को अपशब्द कहने की इजाजत नहीं देनी चाहिये। - सुरेशचन्द्र शुक्ल, 30 अगस्त 2019.


किसी भी व्यक्ति और संगठन को देश के बड़े नेताओं को अपशब्द कहने की इजाजत नहीं देनी चाहिये।
- सुरेशचन्द्र शुक्ल, 30 अगस्त 2019.  जो इतिहासकार नहीं हैं उन्हें इतिहास के बारे में नहीं बोलना चाहिए।
वर्तमान समय में कोई भी भारतीय मीडिया में देश के बड़े नेताओं महात्मा गांधी और जवाहर लाल नेहरू के खिलाफ बोल देता है इस पर रोक लगनी चाहिए। पूरा विश्व महात्मा गांधी को कितना सम्मान देता है भारत के राष्ट्रपिता हैं.
https://www.bhaskar.com/national/news/congress-leadership-committed-several-betrayals-on-j-k-issue-01628735.html
इसे पढ़कर आप उन संस्थाओं और व्यक्ति पर विशवास न करें जो देश के इतिहास और व्यक्ति पर लांछन लगाते हैं. धन्यवाद।






मंगलवार, 27 अगस्त 2019

PCI backing J&K curbs undemocratic: N. Ram (The Hindu)

 PCI backing J&K curbs undemocratic: N. Ram (The Hindu)

A dystopian vision of media freedom’

The action of the Press Council of India’s chairman supporting the government restriction on communication in Jammu and Kashmir was totally unjustified and provided a dystopian vision of media freedom, N. Ram, Chairman, The Hindu Group Publishing Private Limited, said.
Speaking at a meeting to condemn the PCI’s “undemocratic and unconstitutional move to endorse curbs on media freedom in Kashmir”, Mr. Ram said it was shocking that the PCI that is supposed to safeguard freedom of the press, independence of the press, freedom of journalists, had taken a position supporting the communication blockade in the Valley.
“What the PCI chairman did was totally unjustified, the opposite of what was intended to be done, it is a dystopian vision of press freedom. There has been some resistance from the media, but not enough. This concerns not only the news media but also citizens who stand for democratic rights and values embodied in the Constitution,” Mr. Ram said. “If I were him, I would consider it as a matter of honour to resign (as PCI Chairman) immediately,” he said, replying to a question.

श्री मोदी को लोगों ने सुना। बधाई। क्या वे भारतीय संसद को सुनते हैं? - सुरेशचंद्र शुक्ल 'शरद आलोक'

श्री मोदी को ने दो सत्र सम्बोधित किया, उन्हें लोगों ने सुना। बधाई। क्या वे भारतीय संसद को सुनते हैं. 
सुरेशचंद्र शुक्ल शरद आलोक, 27.08.19
लिंक में पढ़िये:

https://www.bhaskar.com/national/news/modi-was-the-most-discussed-after-trump-in-g7-no-country-even-mentioned-kashmir-issue-01626993.html

 बंधुवर,
कितने लोग देश में हैं जो जनता की सही आवाज उठा रहे हैं. रिजर्व बैंक ने जो किया उस पर बैंक खाताधारकों से संपर्क किया या उन कानूनों को माना जो जरूरी मानक थे? सोचिये कि कितने अपाहिज हो रहे हैं हम? कौन कर रहा है हमारी हिम्मत और लोकतंत्र को कमजोर? अनेक जवाबों में से कुछ एक उत्तर हो सकते हैं: अशिक्षा, सभी का साक्षर नहीं होना। सभी का संगठित नहीं होना। मानवीय और मानवतावादी नहीं होना। मर जायेंगे विरोध नहीं करेंगे। धोखे से सत्ता हथियाना। कहा कुछ और करना कुछ. गवाह देने का परिणाम संकेत के रूप में देख रहे हैं उन्नाव रेप केस और अन्य केस?
धन्यवाद. भास्कर. सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक', 27.08.19


सोमवार, 26 अगस्त 2019

नार्वे निवेदन:श्री चितंबरम जी को तुरंत रिहा करके आदर पूर्वक कार्यवाई करें-सुरेशचंद्र शुक्ल 'शरद आलोक'

नार्वे निवेदन: श्री चितंबरम जी को तुरंत रिहा करके आदर पूर्वक कार्यवाई करें तो शायद सद्भावना का सन्देश जाएगा- सुरेशचंद्र शुक्ल 'शरद आलोक'
https://www.bhaskar.com/national/news/inx-media-case-p-chidambaram-confronted-with-co-accused-cbi-tells-court-01626837.html

श्री Chidambram

श्री मोदी जी 'जी -7' बैठक में कनाडा के प्रधानमंत्री जी से मिले।


भास्कर में प्रतिक्रिया श्री मोदी जी  
'जी -7' बैठक  में कनाडा के प्रधानमंत्री जी से मिले।
https://www.bhaskar.com/international/news/g-7-summit-france-narendra-modi-world-leaders-speech-meeting-news-and-updates-01626173.html


समाचार के चित्र से लगता है की श्री मोदी जी की यह मुलाक़ात अनौपचारिक है. क्योंकि किसी भारतीय या विदेशी प्रेस के हवाले से सूचना नहीं आयी है. लगता है कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने भी अनौपचारिक बात की है. अच्छा है कि जिन कनाडा के प्रधानमंत्री की  भारत यात्रा पर भारत के नेताओं ने ठीक से ध्यान नहीं दिया था अब हमको उनके पास जाना पड़ता है. श्री मोदी जी का चित्र उनसे हाथ मिलाते देखकर अच्छा लगा. यह चित्र किसने लिया है यह नहीं लिखा है. भास्कर की इस सूचना का श्रोत  नहीं देख पाया हूँ. श्रोत से समाचार अधिक विश्वसनीय लगता है. श्री मोदी जी के लिए भारत के विपक्षी नेताओं के साथ संवाद उतना ही जरूरी होना चाहिए जितना वह विदेशों में दूसरे देश के प्रधानों के साथ संवाद में रूचि लेते हैं. भारतीय संसद में तो सांसद को भी बोलने से बार -बार टोका जाता है और बिना चर्चा के  प्रस्ताव पास किये जा रहे हैं (श्रोत: लोकसभा टी वी का प्रसारण). धन्यवाद भास्कर।
-सुरेशचंद्र शुक्ल 'शरद आलोक', 26.08.19

मंगलवार, 6 अगस्त 2019

आज छाये हैं अखबारों में - सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक' A poem by Suresh Chandra Shukla

आज छाये हैं अखबारों में
सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक' ओस्लो, नार्वे

सत्ता के नशे में डूब ट्रम्प जी,
सब नेता एक से होते हैं
सत्ता पाने से पहले वे
हुआ -हुआ ही करते हैं

गरीब-गरीब को लड़वाकर,
जनता का धन-धान्य भरे.
कहते गाँधी -पटेल संताने,
क्यों साक्षरता से डरते हैं.

पदचिन्हों में घृणा भरी हो,
जन नेता रहे सलाखों में
जो लोकतंत्र गला घोटते,
आज छाये हैं अखबारों में.

पदचिन्हों में घृणा भरी है,
जो कानून हाथ में लेते हैं.
संघर्षों में जनता पिसती,
आफत में छिप जाते हैं.

फुटपातों पर रहने वालों ,
बेघर को देश पुकार रहा.
जेल भरो आंदोलन का मन
सत्ता को क्यों सत्ता रहा.

पिंजरे-पंछी के पर काटे,
जनता को जो कैद करे.
लोकतंत्र का गला घोटकर
मनमानी से ऐश करे.

संविधान से नहीं डरे जो,
उसका क्या कर पाओगे?
आपातकाल की इस बेला में
बेशक घुन सा पिस जाओगे

देश की जनता याद करेगी,
पश्चिम बंगाल या दिल्ली हो,
मर्द बने तो न्याय से लड़ो,
या सत्ता नशे की बिल्ली हो.
ओस्लो, 6 अगस्त 2019

शुक्रवार, 2 अगस्त 2019

रवीश कुमार को हार्दिक बधाई - शरद आलोक, ओस्लो

रवीश कुमार को  हार्दिक बधाई मिला रेमन मैग्सेसे अवॉर्ड

 वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार को 2019 का प्रतिष्ठित रेमन मैग्सेसे सम्मान दिया जाएगा. यह सम्मान एशिया में साहसिक और परिवर्तनकारी नेतृत्व के लिए दिया जाता है.

अवॉर्ड देने वाले संस्थान ने कहा है कि रवीश कुमार अपनी पत्रकारिता के ज़रिए उनकी आवाज़ को मुख्यधारा में ले आए, जिनकी हमेशा उपेक्षा की जाती है. रेमन मैग्सेसे संस्थान की ओर से कहा गया है कि अगर आप लोगों की आवाज़ बनते हैं तो आप पत्रकार हैं.
रवीश कुमार हिन्दी समाचार चैनल एनडीटीवी इंडिया के सबसे लोकप्रिय चेहरा हैं. रवीश के अलावा 2019 का मैग्सेसे अवॉर्ड म्यांमार के को स्वे विन, थाईलैंड के अंगखाना नीलापाइजित, फ़िलीपीन्स के रेमुन्डो पुजांते और दक्षिण कोरिया के किम जोंग-की को भी मिला है.
रेमन मैग्सेस अवॉर्ड फ़ाउंडेशन ने रवीश कुमार की पत्रकारिता को उच्चस्तरीय, सत्य के प्रति निष्ठा, ईमानदार और निष्पक्ष बताया है. फ़ाउंडेशन ने कहा है कि रवीश कुमार ने बेज़ुबानों को आवाज़ दी है.
इससे पहले बेहतरीन पत्रकारिता के लिए पी साईनाथ को भी मैग्सेसे सम्मान मिल चुका है. इसके अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, अरुणा रॉय और संजीव चतुर्वेदी समेत कई भारतीयों को मिला है.
बी बी सी से आभार