मंगलवार, 24 मई 2016

मेरी स्मृतियां में अमेरिका -सन् २००३-सुरेशचन्द्र शुक्ल Old memories ( U.S.A.-2003)- Suresh Chandra Shukla

अमेरिका की पुरानी मेरी स्मृतियां में अमेरिका -सन् २००३ की.
सुरेशचन्द्र शुक्ल 





यू एस ए (अमेरिका) सन 2003 की चित्रमय स्मृतियां। कथा गोष्ठी। मेहता जी के साथ वेदों से सम्मानित किया गया था । वैदिक स्कूल में. शेर बहादुर सिंह जी की शादी की सालगिरह में. अपने प्रिय मित्र लेखक स्व ललित अहलूवालिया और सेठी जी के साथ. विश्व डॉ विजय कुमार  डॉ राज गुप्ता जी के साथ पारिवारिक सैर आदि आज भी याद है.
डॉ सुषम बेदी के साथ उनके  कोलम्बिया विश्व विद्यालय, न्यूयॉर्क में. 

मातृभाषा की शिक्षा घर पर जरूरी है - सुरेशचन्द्र शुक्ल, ओस्लो ,नार्वे

हिन्दी के प्रचार के लिए अमेरिका की यात्रा - सुरेशचन्द्र शुक्ल 
मातृभाषा की शिक्षा घर पर जरूरी है.
भारतीय दूतावास, ओस्लो में लेखक भारतीय राजदूत से हिन्दी के बारे में विचारविमर्श के बाद हाथ मिलाते हुए 
विदेशों में हिन्दी के प्रचार प्रसार के लिए तीन बातें बहुत जरूरी हैं. माता -पिता का हिन्दी में बच्चों से बातचीत करना।
मातृभाषा की शिक्षा देते समय ध्यान रखना कि वे जहाँ रहते हैं वहां के प्रचलित शब्दों को बच्चे प्रयोग करते हैं उसे प्रोत्साहन दें. राजनैतिक रूप से हिस्सा लें और स्वयं भी हिन्दी और मात्र भाषाओँ का प्रयोग करें उसे स्थानीय सरकारों और राजनैतिज्ञों से  सहयोग ले और उसे स्वीकृत करायें। 
ध्यान रहे भारतीय दूरदर्शन और वेब पर अपनी मात्र भाषाओँ (भारतीय भाषाओं) की पत्रिकियाएं फल फूल रही हैं और वे ही सबसे अधिक हिन्दी का प्रचार प्रसार कर रही हैं.

शनिवार, 14 मई 2016

नार्वे में टैगोर जयन्ती धूम से मनी.- सुरेशचंद्र शुक्ल 'शरद आलोक' Suresh Chandra Shukla

 Avisklipp om Forfatterkafe den 8. 8 मई को लेखक गोष्ठी का समाचार नार्वे के  समाचार-पत्र में छपा है.

नार्वे में टैगोर जयन्ती धूम से मनी.- सुरेशचंद्र शुक्ल 'शरद आलोक' Suresh Chandra Shukla

गुरुवार, 12 मई 2016

Mitt intervju på Urdu og Hindi. मेरा इंटरव्यू लोकसभा टी वी पर. - Suresh Chandra Shukla

Mitt intervju på Urdu og Hindi på TV. मेरा इंटरव्यू लोकसभा टी वी पर.
Jeg deler med dere et intervju av meg på urdu og hindi på indiske TV, Loksabha TV.

https://youtu.be/clA2xi5qcU8?list=PLVwSaSw61aK5DaQ0Sr1ybRbJbbLkkeA5f


सोमवार, 9 मई 2016

नार्वे में टैगोर जयन्ती-सुरेशचन्द्र शुक्ल Suresh Chandra Shukla

नार्वे में टैगोर जयन्ती धूमधाम से मनाई गयी 
सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक' ओस्लो से
ओस्लो 8 मई को नोबेल पुरस्कार विजेता गुरुदेव रवींद्र नाथ टैगोर की जयन्ती धूमधाम से मनायी गयी. 8 मई 1945 को ही दूसरे विश्व युद्ध की समाप्ति हुई थी. अतः इस पर भी चर्चा हुई. नाजी शासन द्वारा यहूदियों, रोमाओं आदि को प्रताड़ित किया गया था. लाखों लोग इसमें मारे गए थे. दूसरी तरफ सुभाष चन्द्र बॉस भारत की आजादी के लिए आजाद हीं फ़ौज बनायी थी. अनेक ऐतिहासिक तथ्यों की चर्चा की ओस्लो विश्विद्यालय के प्रोफ़ेसर असीम दत्तोराय और प्रो सी पी जोलर तथा हमबर्ग विश्विद्यालय जर्मनी के डा रामप्रसाद भट्ट, स्थानीय नेता थूरस्ताइन विंगेर और अध्यक्ष सुरेश चन्द्र शुक्ल ने. कार्यक्रम में कविता पढ़ने वालों में सिगरीद मारिये रेफसुम, इंगेर मारिये लिल्लेएंगेन, नूरी रोयसेग, गुरु शर्मा ,राय भट्टी, राज कुमार, निर्मल ब्रम्हचारी और सुरेशचंद्र शुक्ल थे. कार्यक्रम का आयोजन भारतीय-नार्वेजीय सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम ने किया था.

रविवार, 1 मई 2016

पहली मई पर बधाई। Gratulerer med 1. mai. -सुरेश चन्द्र शुक्ल Suresh Chandra Shukla

पहली मई पर बधाई। Gratulerer med 1. mai. -सुरेश चन्द्र शुक्ल Suresh Chandra Shukla 


ओस्लो में पहली मई २०१६ 1. mai 2016 i Oslo
यहाँ प्रातःकाल अनेक संगठनों और राजनैतिक पार्टियों द्वारा सुबह का नाश्ता साथ-साथ करते हुए इस श्रमिक दिन की शुरुआत होती है. जिसमें स्थानीय और केंद्रीय प्रतिनिधि, नेता अपनी बात रखते हैं और लोग कवियों की कवितायें भी पढ़ते हैं. आज भी मेरे घर से थोड़ी दूर ओरवोल गोर, ओस्लो में मैं भी सम्मिलित हुआ. ओस्लो नगर की मंत्री थूने थेलेस्वीक ने बीज वक्तव्य दिया और प्रतिनिधियों ने कविता पढ़ी और उदगार रखे और नाश्ता साथ-साथ किया।
इसके बाद बीच शहर में लोग श्रमिक संगठनों  बाजे उनके बैनरों मांगों के साथ पहले सभा में सम्बोधन और बाद में जुलुस निकलता है. 
नार्वे में आज अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर (यहाँ श्रमिक चिकित्सक, नर्स, किसी भी क्षेत्र में कार्य करने वाले होते हैं सिवाय इंडस्ट्री और उद्योग मालिकों  के पर वह भी सम्मान करते हैं और यह अवकाश का दिन होता है और जो इस दिन काम करता है उसे  ज्यादा पारिश्रमिक मिलता है.