सोमवार, 9 मई 2016

नार्वे में टैगोर जयन्ती-सुरेशचन्द्र शुक्ल Suresh Chandra Shukla

नार्वे में टैगोर जयन्ती धूमधाम से मनाई गयी 
सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक' ओस्लो से
ओस्लो 8 मई को नोबेल पुरस्कार विजेता गुरुदेव रवींद्र नाथ टैगोर की जयन्ती धूमधाम से मनायी गयी. 8 मई 1945 को ही दूसरे विश्व युद्ध की समाप्ति हुई थी. अतः इस पर भी चर्चा हुई. नाजी शासन द्वारा यहूदियों, रोमाओं आदि को प्रताड़ित किया गया था. लाखों लोग इसमें मारे गए थे. दूसरी तरफ सुभाष चन्द्र बॉस भारत की आजादी के लिए आजाद हीं फ़ौज बनायी थी. अनेक ऐतिहासिक तथ्यों की चर्चा की ओस्लो विश्विद्यालय के प्रोफ़ेसर असीम दत्तोराय और प्रो सी पी जोलर तथा हमबर्ग विश्विद्यालय जर्मनी के डा रामप्रसाद भट्ट, स्थानीय नेता थूरस्ताइन विंगेर और अध्यक्ष सुरेश चन्द्र शुक्ल ने. कार्यक्रम में कविता पढ़ने वालों में सिगरीद मारिये रेफसुम, इंगेर मारिये लिल्लेएंगेन, नूरी रोयसेग, गुरु शर्मा ,राय भट्टी, राज कुमार, निर्मल ब्रम्हचारी और सुरेशचंद्र शुक्ल थे. कार्यक्रम का आयोजन भारतीय-नार्वेजीय सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम ने किया था.

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