रविवार, 2 अप्रैल 2017

जो भी हो योगी आदित्यनाथ जी को अभी जुम्मा-जुम्मा चार दिन हुये उन्हें मुख्यमंत्री बने हुए. कई कामों में समय लगता है.



उत्तर प्रदेश में राशन कार्ड मामला क्या है? राशन कार्ड के बिना पिसती जनता जिम्मेदार कौन-Suresh Chandra Shukla
तत्कालीन मुख्यमंत्री  ने राशन कार्ड पर अपनी फोटो छपवायी थीं
उन्होंने सभी को राशन कार्ड नहीं भेजे थे. जनता बिना राशनकार्ड के कैसे राशन ले.
जनता पर एक और गाज गिरी कि इन ३ करोड़ राशन कार्ड धारकों के राशन कार्ड रद्द कर दिए गये.
अब किसको नुक्सान हुआ जनता को. सरकार का काम जनता की सेवा करना होता है और तुरंत तथा नेताओं को सोच विचार कर निर्णय लेना चाहिये और निर्णय लेते समय जनता का ख्याल रखना चाहिये।

बिना राशनकार्ड के जनता को सजा फैसला दोनों मुख्यमंत्रियों का? 
पिछले मुख्य मंत्री की गलती की उन्होंने अपनी फोटो राशन कार्ड में क्यों छपवायी?

पता चला है कि वर्तमान मुख्यमंत्री ने राशन कार्ड रद्द कर दिये। नए राशनकार्ड छपवाकर पहले सभी कार्ड धारकों (तीन करोड़ ) को क्यों नहीं भेजे।समय लगता है नये राशन कार्ड या उसकी जगह कोई वैकल्पिक व्यवस्था।
चाहे हम जो भी कहें ज्यादातर नेतागण जनता का ख्याल बाद में रखते हैं. जनता की परेशानी का बड़े प्रचार समाचार पत्र भी लिखने से कतराते हैं?
 जो भी हो योगी आदित्यनाथ जी को अभी जुम्मा-जुम्मा चार दिन हुये उन्हें मुख्यमंत्री बने हुए. कई कामों में समय लगता है. अनुभव से हम सीखते हैं.  हमको नयी सरकार को बधाई भी देनी चाहिये जो कि उसने अनेक जनता के हित  में फैसले लिए और परिणाम दिखाई देने भी लगे है.

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