रविवार, 21 जनवरी 2018

नेता की न भीड़ बनेंगे, प्रजातंत्र की रीढ़ बनेंगे।। 'शरद आलोक', ओस्लो,


नेता की न भीड़ बनेंगे, प्रजातंत्र की रीढ़ बनेंगे।।
-सुरेशचन्द्र शुक्ल ' 'शरद आलोक', ओस्लो, 21. 01.18













Å være ryggmargen i politikken, men ikke en del av sau-flokk. -Suresh Chandra Shukla, Oslo

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