शनिवार, 23 जुलाई 2011

दूसरे विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़ा बड़ा आतंकवादी हमला- Vi kondolerer.

दूसरे  विश्व युद्ध के बाद 
सबसे बड़ा बड़ा आतंकवादी हमला 
- सुरेशचन्द्र शुक्ल  'शरद आलोक'

Kjære statsminister, Jens Stoltenberg, vi kondolerer.
Vår dypeste medfølelse med alle berørte.
नार्वे के इतिहास में कल सबसे बड़ा आतंकवादी हमला हुआ. नार्वे के मंत्रालय भवन पर कल शाम साधे साढ़े बजे एक भयानक बम विस्फोट में अनेक इमारतों को काफी नुकसान हुआ और उससे सात लोगों की मौत हो गयी.  शाम पांच बजे उतओइया टापू पर नार्वे की सबसे बड़ी राजनैतिक पार्टी के युवा विंग के चार दिवसीय  सम्मलेन में जहाँ देश से आये 600 युवाओं के बीच एक 32  वर्षीय नार्वेजीय मूल के आतंकवादी ने मशीनगन से 85 लोगों की जानें ले ली. 
1940 से  1945 तक हुए दूसरे विश्व युद्ध के बाद नार्वे में सबसे बड़ा आतंकवादी हमला हुआ.
हम भारतीय-नार्वेजीय सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम की ओर  से तथा निजी तौर पर इस जघन्य आतकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं और नार्वे के प्रधानमंत्री से शोक (kondolerer) व्यक्त करते हैं.  
अध्यक्ष, भारतीय-नार्वेजीय सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम, नार्वे
Leder,
Indisk-Norsk Informasjons -og Kulturforum
Postboks 31, Veitvet
0518-Oslo
Norway
  

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