२२-२३ को अंतर्राष्ट्रीय हिंदी संगोष्ठी शिवाजी विश्वविद्यालय, कोल्हापुर में सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक'
२० फरवरी मुंबई
२० फरवरी को प्रातः काल मैं मुंबई पहुँच गया था। वहाँ प्रदीप कुमार सिंह अपने मित्र के साथ प्रातः ४ बजे एयरपोर्ट पहुँच गए थे। वहाँ से दादर रेलवे स्टेशन पहुंचे। पहले एक चाय के रेस्टोरेंट में, बाद में स्टेशन पर बातचीत हुई।
२० फरवरी को ही दादर रेल स्टेशन से नो बजे पूना के लिए रवाना हुए। पूना नगर पहुंचकर वहाँ एक रात विश्राम करने के बाद 'पूना फिल्म इंस्टिट्यूट का अवलोकन किया। जोसेफ ने अवलोकन कराया तथा वहाँ मोहन जी जो जिन्हें सिनेमा में मेकअप करते हुए ४५ वर्ष हो गए , से मिलकर बहुत अच्छा लगा। उनका मेकअप बहुत सराहनीय था। कैमरा के अध्यापक सहित अनेकों अध्यापक और अधिकारियों से मिला और वापस अपने होटल में आ गया जो फिल्म इंस्टिट्यूट के समीप स्थित था।
२१ फरवरी को कोल्हापुर के लिए प्रस्थान करने के लिए बस स्टेशन गया वहाँ से निजी नीता बस सर्विस नीता
वोल्वो से सुखद यात्रा की। बस स्टेशन से विजय जी लेने आये जो प्राध्यापक हैं।
अंतर्राष्ट्रीय हिंदी संगोष्ठी
अंतर्राष्ट्रीय हिंदी संगोष्ठी सफलता से संपन्न हुई जिसमें नार्वे, इटली, मारीशस, नेपाल और दक्षिण भारतीय विद्वानों सहित महाराष्ट्र, कर्णाटक, बंगाल, उड़ीसा आँध्रप्रदेश आदि से भाग लेने आये।
कार्यक्रम एक सफल कार्यक्रम था।
गोष्ठी शिवाजी विश्व विद्यालय के प्रांगन संपन्न हुई।
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