शुक्रवार, 16 जून 2017

कहीं अघोषित इमरजेंसी तो नहीं है कुछ लोगों के ऊपर - सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक' Suresh Chandra Shukla, 16.06.17

कहीं अघोषित इमरजेंसी तो नहीं है कुछ लोगों के ऊपर
- सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक' Suresh Chandra Shukla, 16.06.17
भारत में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री के घर छापे, करोरेट घरों को मुनाफे क्यों कमवाया जा रहा है यह कटु सत्य  लेखक गिरिराज किशोर ने.

 "दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर सीबीआई का छापा बताता है कि कोई मुखर व्यक्ति बाहर नहीं रहेगा। जबकि व्यापम के कर्ता सुरक्षित हैं। वे सब सुरक्षित हैं जो कारपोरेट अरबों का लेकर घोट रहे हैं। सब इतने ज़लील कर दिए जाएं कि छोड़ कर भाग जाएं। एक चेनल जिसमें सत्ता के एक बड़बोले प्रवक्ता को निकलने के लिए कह दिया गया थी। तीसरे दिन उस चैनल के संबंधियों और केन्द्रों पर एक फ़र्ज़ी रिपोर्ट लेकर सी बा आई ने छापे डाले। पता नहीं क्या मिला क्या नहीं मिला।"

भारतीय बड़े अखबार पहले पेज पर विज्ञापन और अमीरों और अपने बिजनेस के समाचार छपते हैं जिससे ये अखबार आदर्श की श्रेणी से हैट चुके हैं. जब तक जनता और बुद्धिजीवी और स्वतन्त्र पत्रकार जागेंगे नहीं तब तक इसी तरह विश्व में बहुत से देशों में अन्याय होता रहेगा।
जो सेवा करता है उसे परेशान किया जाता है जो कारपोरेट घराने को करोड़ों लाख रुपया टैक्स और घोटाले में फंसे हैं उन्हें क्यों छोड़ा जाता है? यह सभी उत्तर जानते हैं.


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