भारतीय संसद में यह संसद ऐतिहासिक है जब अनेक मंत्रियों ने अपनी शपथ मानवतावादी तरीके से ली है। आम तौर से ये सांसद या मंत्री अपनी शपथ किसी धर्म के अनुसार लेते हैं। पर जो लोग धर्म के आधार पर शपथ नहीं लेते उन्हें मानवतावादी कहा जाता है। जबकि बहुत से लोग उन्हें नास्तित्क कहते हैं क्योंकि उन्हें नहीं मालूम कि शपथ लेने का यह आधुनिक मानवतावादी तरीका नास्तिकता नहीं वरन सभी से एक सा व्यवहार करने का संदेश है और व्यक्ति कि अपनी स्वतंत्रता और मर्जी पर निर्भर करती है। जिन मंत्रियों ने मानवतावादी तरीके से शपथ ली उनके नाम हैं : एंटनी , चिदंबरम, शिंदे, रेड्डी , जोशी और मोइली।
यह अच्छा है कि दूसरे देशों कि तरह भारत में भी विभिन्न मतों के मानने वाले अपने -अपने तरीके से पूजा कर्म करते हैं। भारतीय सांसदों , मंत्रियों और सभी राजनैतिक दलों को सफलता के लिए बधाई।
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