मंगलवार, 30 मई 2017

क्या तुम्हारा बच्चा वातानुकूल बालवाड़ी (किंडरगार्डेन) में जाता है? Poem by Suresh Chandra Shukla, Oslo, 30.05.17

क्या तुम्हारा बच्चा वातानुकूल बालवाड़ी (किंडरगार्डेन) में जाता है?
सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक'














क्या तुम्हें ज्ञात है कि तुम्हारा बेटा
जिस बालवाड़ी में जा रहा है
उसमें कितनी सुविधायें हैं?
और तुम्हारे बाल-समय में कितनी थीं.
बेटे की बालवाड़ी में एयरकंडीशन है.
जब गर्मी में तेज धूप होती है
जब जाड़े में तेज ठंडक पड़ती है
वर्षा ऋतु में जब पानी बरसता है
तब तुम्हारा बेटा एयरकंडीशन कमरों में रहता है.
कितने कोमल होते हैं बच्चे!
कितने लचीले होते हैं बच्चे?
सीखने में पारंगत और बहुत सहनशील होते हैं बच्चे.
एयरकंडीशन में बच्चों को रखकर,
आप बच्चों को मौसम बचा रहे हैं?
पृकृति से उसका नाता कम कर रहे हैं?
क्या हम बच्चों को सुकुआर नहीं बना रहे?
विदेश में बालवाड़ी में मेरा बच्चा बरसात में
रोज दो घंटे बाहर रहता है.
जब  बर्फ पड़ती है तब भी वह बच्चों और अध्यापक के साथ
आसमान के नीचे बर्फ से खेलता है.
जब गर्मी और धूप होती  है तो वह बाहर
कृतिम टब में पानी में खेलता है.
जब वर्षा होती है तो बरसाती पहनकर
बच्चों के साथ पानी में खेलता है.
पता है क्यों?
पृकृति ने जो मौसम हमको दिए हैं
बच्चे उसके आदी बन जाते हैं.
पृकृति की गोद में खेलकर
वह ज्यादा खिलखिलाते हैं.
कभी सोचा है तुमने
कि जब तुम बहुत बीमार होंगे?
और घर के बाहर तेज धूप होगी
बर्फ गिर रही होगी
बरसात हो रही होगी तब?
क्या वह दो-तीन घंटे पंक्ति में खड़ा होकर तुम्हारे लिए दवा लायेगा?
और खुले आसमान के नीचे कभी काम कर पायेगा?
suresh@shukla.no

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