बुधवार, 29 मार्च 2017

क्या लोहिया जी से उपाध्याय जी प्रभावित हैं?

क्या लोहिया जी से उपाध्याय जी प्रभावित हैं? 

राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन मुक्त वि.वि., इलाहाबाद में ICPR National Seminar on: RammanoharLohia- A distinct narrative among modren Indian thinkers (24 से 26 मार्च 2017) आयोजित किया था। उद्घाटन उ.प्र के राज्यपाल ने किया था। उसके बाद उस उद्घाटन सत्र में डा. आनन्द कुमार, जे एन यू का भाषण फिर मैं बोला। अध्यक्षता प्रो एस आर भट्ट ICPR के अध्यक्ष कर रहे थे। अध्यक्षीय भाषण में भट्ट साहब ने वक्तव्य लोहिया जी को धीरे से दीनदयाल उपाध्यायजी के साथ कोष्ठित कर दिया। लगा जैसे लोहिया जी उपाध्याय जी से प्रभावित हैं। या उनकी लाइन पर चल रहे हैं। जबकि दानों मे बहुत अंतर है। लोहिया जी चार दशक के अपने राजनीतिक जीवन में भारत की आज़ादी के उद्भट्ट योद्धा थे,गोवा मुक्ति, मणिपुर व अरुणाचल से जोडना, नेपाल की राजशाही का विरोघ, , तिब्बत रक्षा, अमेरिका में रंगभेद के विरोध में वहाँ जाकर सत्याग्रह के साथ गहनता के साथ जुड़े थे। भारत में भी उन्होंने महाभारत मेला आरंन किया जो चित्रकूट मे आज भी चल रहा है। उपाथ्याय जी ने अपने को चिंतन तक सीमित रखा। लोहिया जी का अनुभव और संघर्ष बहुमुखी था। वैसे भी संभवतः, समकालीन होते हुए आयु में उनसे बड़े थे। विचारों में कहीं कहीं समानता हो सकती है उसे प्रभाव मानना गलत है। कहीं ऐसा तो नहीं पटेल, अंबेदकर आदि को एप्रोप्रिएट करने की श्रृंखला में लोहिया जी भी जुड़ गए होँ।
डॉ गिरिराज किशोर, प्रसिद्द लेखक
 पंजाब में में कांग्रेस जीती
एक राज्य पंजाब में में कांग्रेस जीती जहाँ मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और आम आदमी पार्टी वहां पहली बार विपक्ष की पार्टी बनी और विपक्ष के नेता श्री फुल्का हैं. बाकी चारो राज्यों में भारतीय जनता पार्टी जीती  है. उत्तराखंड में श्री तिवेंद्र सिंह रावत उत्तर  प्रदेश में आदित्यनाथ योगी, गोवा में मनोहर पार्रिकर और मणिपुर  बिरेन सिंह मुख्यमंत्री चुने गए हैं.

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