गुरुवार, 6 मई 2010

ब्रिटेन में चुनाव और एशियाई मूल के उम्मीदवार - शरद आलोक

आज ब्रिटेन में चुनाव और एशियाई मूल के उम्मीदवार
वीरेन्द्र शर्मा लेबर पार्टी से दोबारा प्रत्याक्षी

आज ब्रिटेन में चुनाव हो रहे हैं। सभी की निगाहें लगी हुई हैं। लेबर (श्रमिक),
कंजरवेटिव (दामपंथी), आजाद डेमोक्रेट पार्टी के मध्य त्रिकोणीय टक्कर है। इस चुनाव में एशियाई मूल की अनेक प्रत्याशी महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं। कल परिणाम आयेंगे।

हमारे वीरेंद्र शर्मा जी भी लन्दन से लेबर पार्टी के उम्मीदवार हैं। लेबर के ही मनीष सूद ने स्वयं अपनी पार्टी के प्रधानमंत्री को चुनाव से पूर्व आलोचना करके मीडिया में चर्चित हुए बेशक इससे लेबर पार्टी को थोडा धक्का जरूर लगा होगा। मनीष का ऐसा बयान चुनाव के पहले गैरजिम्मेदाराना है।
तीनो बड़ी पार्टियों ने अपनी पार्टी की तरफ से शबाना महमूद, प्रीती पटेल और शाह सिहेन को उम्मीदवार बनाकर महिला एशियाई सांसद बनने का अवसर तो दिया ही बल्कि चुनाव को दिलचस्प भी बनाया। एशियाई महिला उम्मीदवार ब्रिटेन के चुनाव में एक आकर्षक बिंदु भी बनकर उभरी हैं। हालाँकि ब्रिटेन की तरफ से पहले यूरोपीय यूनियन में एशियाई मूल के अनेक सांसद रह चुके हैं जिनमें
महिलायें भी सांसद रहीं हैं। पर सांसद में चुनाव लड़कर आने का महिलाओं का पहला मौका है क्योंकि एशियाई महिलाओं को चुनाव में उतरने से एशियाई पुरुषों के वोट न मिलने का डर, उन्हें बहस में कमजोर समझने की परम्परात्मक सोच आदि अनेक बातें राजनैतिक पार्टियों को डराती थीं।
इस चुनाव के बाद यदि लेबर सत्ता में नहीं आती है तो सभी जगह खर्च में और संसाधनों में कटौती की जायेगी और परिणाम स्वरूप बहुत सख्ती होगी आर्थिक मामलों को लेकर।
कल परिणाम आयेंगे तब पता चलेगा कौन जीता कौन हारा ।

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