रविवार, 30 मई 2010

यूरोपीय संगीत-गीत प्रतियोगिता यूरोविजन में जर्मनी की विजय से पूरे यूरोप में धूम, बहुत-बहुत बधाई - शरद आलोक

यूरोविजन २०१० ओस्लो में जर्मनी की जीत से पूरा यूरोप गीत संगीत पर झूमा
जर्मनी की लेना का चला जादू और विजयी बनीं

बाएं से नार्वे के अलक्सन्देर रीबाक पिछले वर्ष के विजयी और इस वर्ष भाग लेने वाले हारे प्रतियोगी दिद्रिक सूली




प्रतियोगी


१९८५ में यूरोविजन में नार्वे की विजयी मशहूर जोड़ी बोबी सोक्स ( एलिजाबेथ और हाने )

संचालकत्रय (प्रस्तोता)
२९ जनवरी को नार्वे के समय रात ९ बजे से १२:१० तक हुए फ़ाइनल मुकाबले में जर्मनी के कलाकारों ने जीत हासिल की। उन्होंने सर्वाधिक अंक प्राप्त कर पूरे यूरोप में अपने अनुपम मेलोडी संगीत प्रतियोगिता में अपना सिक्का जमा लिया। नार्वे के कलाकार दिद्रिक सूली को करारी हार का सामना करना पड़ा और नार्वे का लगातार जीत का सपना धराशाही हो गया।
नार्वे के पूर्व विजयी कलाकारों ने १७ मई को दिखाया था जादू

सिटी हाल, ओस्लो में हुए कंसर्ट में भाग लेने वाले कलाकार
पिछले वर्ष नार्वे के अलक्सन्देर रीबक ने अपने साथियों के साथ रूस में हुई यूरोविजन मेलोडी प्रतियोगिता में जीत प्राप्त की थी। रीबाक की आवाज मधुर है और वह बहुत अच्छा वायलें भी बजाते हैं। उन्होंने तथा पूर्व नार्वे के लिए २५ वर्ष पूर्व १९९८ में जीत प्राप्त करने वाली दो महिलाओं बोबी सोक्स नाम से मशहूर कलाकारों ने नार्वे के राष्ट्रीय दिवस १७ मई को ओस्लो के सिटी हाल के सामने समुद्र के किनारे हुए कंसर्ट में अपना संगीतमय जादू दिखाया था।

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