शुभकामनाएं और बधाई
रामकथा पर आयोजित २ से ४ दिसंबर तक के इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में सभी लोगों का मैं हार्दिक अभिनन्दन करता हूँ और आप सभी को कार्यक्रम में उपस्थित होने और योगदान के लिए हार्दिक धन्यवाद देता हूँ. साठे कालेज, मुंबई का यह अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार जिसका विषय है 'लोकतंत्र और भारतीय भाषाओँ में राम साहित्य' एक सामयिक प्रेरणात्मक और अनेक उपलब्धियों भरा है जिसने देश-विदेश के बहुत से विद्वतजनों को परोक्ष और प्रत्यक्ष रूप से जोड़ा है, जिससे साठे कालेज का यह अभियान वैश्विक हो गया है, जिसके लिए भी मैं आप सभी का आभारी हूँ. यह एक अंतर्राष्ट्रीय शुरुआत है जो आगे भविष्य में भी जारी रहेगी. इस कार्यक्रम को इतनी संख्या में देश विदेश के विद्वानों, हमारे आदरणीय मंत्रियों, शिक्षकगणों, शोधार्थियों, मीडिया कर्मियों और फिल्म कर्मियों के सम्मिलित होने से इसे विभिन्न रंगों के एक गुलदस्ते में पिरो दिया है जिसकी सुगंध और छटा आगामी सम्मलेन तक बिखरती रहेगी.
मैं नार्वे में रहने वाले भारतीयों और नार्वेजीय मित्रों की तरफ से अपनी संस्था 'भारतीय-नार्वेजीय सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम' और नार्वे से प्रकाशित पत्रिका 'स्पाइल - दर्पण' की ओर से हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ. आशा करता हूँ कि आप सभी तीनो दिन उपस्थित रहकर इसे अपने सहयोग से सफल बनायेंगे.
सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक'
अध्यक्ष, भारतीय-नार्वेजीय सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम
और
संपादक, स्पाइल-दर्पण
Post Box 31, Veitvet
0518 - Oslo
NORWAY
ई-पता: speil.nett@gmail.com
ब्लाग:http://sureshshukla.blogspot.com/
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें